बढ़ती उम्र के साथ सबसे आम समस्या जो हमें देखने को मिलती है, वह चेहरे पर झुर्रियों और फाइन लाइन्स का आना। हालांकि बढ़ती उम्र और इन रेखाओं को रोका नहीं जा सकता है। लेकिन कुछ टिप्स को अपनाकर इसे थोड़े समय के लिए टाला जा सकता है। जी हां स्किन हमारी बॉडी का सबसे जरूरी अंग है और हमें इसकी अच्छे से देखभाल करनी चाहिए, खासतौर पर बढ़ती उम्र के साथ यह और भी जरूरी हो जाता है। 30 की उम्र ऐसी है जब हमारी स्किन पर कई तरह के बदलाव देखने को मिलते से हैं। आपकी स्किन पर उम्र बढ़ने के निशान जैसे झुर्रियां, फाइन लाइन्स, झाइयां, बड़े पोर्स, ड्राईनेस आदि दिखाई देने लगते है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ स्किनकेयर आदतों का अपनाकर आप इन सभी प्रॉब्लम्स से बच सकती हैं।
अपने स्किनकेयर रूटीन में एंटी-एजिंग प्रोडक्ट को शामिल करने की यह सही समय है। जितना जल्दी आप अपनी त्वचा की केयर करना शुरू करते हैं, यह आने वाले वर्षों में हेल्दी होगा। इसलिए बढ़ती उम्र के साथ ही आपको अपने स्किन केयर रुटीन में एंटी-एजिंग प्रोडक्ट को शामिल कर लेना चाहिए। इस आर्टिकल में आपको ऐसी ही 5 स्किनकेयर आदतें के बारे में बताया गया है जो 30 की उम्र के बाद आपको अपनाना चाहिए।
आंखों के आसपास का हिस्सा आपके चेहरे की सबसे सेंसिटिव स्किन होती है और यही एजिंग के निशान सबसे पहले दिखाई देते हैं। इसलिए अपने स्किन केयर रुटीन में डे और नाइट आई क्रीम को शामिल करें। यह आंखों के आस-पास आने वाली झुर्रियों को रोकने में हेल्प करती है। लेकिन इसके लिए आपको अपनी स्किन के हिसाब से सही क्रीम को ढूंढना होगा।
अब जब आपकी उम्र 30 साल हो गई हैं तो अपने बेसिक टोनर की जगह एंटी-एजिंग टोनर को शामिल करें, जो विशेष रुप से बढ़े पोर्स से लड़ता है। टोनर आपकी त्वचा के पीएच लेवल को बैलेंस करते हुए आपकी त्वचा को फिर से बैलेंस करने और टॉक्सिन को दूर करेन में आपकी हेल्प करता है।
आप मानो या न मनो! एंटी-एजिंग सीरम आपकी त्वचा पर अद्भुत तरीके से काम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें विटामिन के साथ-साथ कई अच्छे तत्व मौजूद होते है जो प्रभावी रूप से एंटी एजिंग प्रॉब्लम्स से लड़ते हैं। आप अपने लिए विटामिन सी सीरम या hyaluronic एसिड सीरम को चुनें और इसका इस्तेमाल दिन में दो बार टोनर के बाद करें।
हालांकि ज्यादातर महिलाएं इसका इस्तेमाल करना भूल जाती है, लेकिन एसपीएफ एक जरूरी स्किन केयर स्टेप है। जी हां हम आमतौर पर भूल जाते हैं कि सूरज हमारी त्वचा का सबसे बड़ा दुश्मन है क्योंकि यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है। गर्म इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए 40 एसपीएफ से ऊपर के सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। जब आपकी उम्र 30 साल की हो जाती हैं तो एजिंग के साइन्स से लड़ने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी हो जाता है। इसलिए, अपने एसपीएफ़ को हल्के में न लें, इसे अपनी त्वचा पर रखें।
अपने चेहरे पर एजिंग के निशानों को रोकने के लिए आपको अपने स्किन केयर रुटीन में एक्सफोलिएट को शामिल करना होगा। आपको ऐसा एक्सफोलिएट चुनना चाहिए जिसमें ग्लाइकोलिक एसिड, साइट्रिक एसिड या लैक्टिक एसिड जैसे अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड शामिल हो। यह आपकी त्वचा को धीरे से एक्सफोलिएट करने में मदद करेगा और त्वचा को ग्लोइंग बनाएगा। लेकिन ध्यान रहें कि आपको इसका इस्तेमाल हफ्ते में दो बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए। आप चाहे तो घर में बने एक्सफोलिएट का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।
मेकअप लगाने से स्किन काफी खूबसूरत नजर आती है, लेकिन अगर मेकअप अगर ठीक तरीके से नहीं हटाया जाए तो इससे न केवल आपकी स्किन को नुकसान भी पहुंच सकता है बल्कि आपकी स्किन पर एजिंग के निशान भी दिखाई देने लगते हैं, खासतौर पर 30 की उम्र के बाद। इसीलिए मेकअप को स्किन से पूरी तरह से हटाने के लिए मेकअप रिमूवर का भी इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। खासतौर पर वॉटर प्रूफ मेकअप प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल के बाद स्किन को साफ करने के लिए आपके पास अच्छी क्वालिटी का मेकअप रिमूवर होना चाहिए।
अगर आपकी उम्र भी 30 साल हैं तो आज से ही इन स्किन केयर आदतों को अपना लें।