ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को हमेशा से ही न्याय का देवता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनि देव मनुष्य के कर्मों के अनुसार ही उन्हें फल देते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि यदि व्यक्ति कोई बुरे कर्म करता है तो उसका फल बुरा मिलता है और जो अच्छे कर्म करते हैं उनको अच्छा फल मिलता है। शनि देव उन पर सदैव कृपा करते हैं और जिनके कर्म शुभ होते हैं, यही नहीं बुरे कर्म वालों को शनि कड़ा दंड भी देते हैं। ऐसे ही अक्सर लोग शनि की साढ़े साती और ढैया से डरने लगते हैं क्योंकि इस दौरान शनिदेव आपके पुराने कर्मों का फल भी देते हैं। इस दौरान जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं, लेकिन अंक ज्योतिष की मानें तो कुछ विशेष मूलांक वाले लोग होते हैं जिन पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें उन अंकों के बारे में जिन पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है।
अंक ज्योतिष में मूलांक का निर्धारण जन्मतिथि के अनुसार किया जाता है। यदि किसी व्यक्ति की जन्मतिथि को जोड़कर अंत में एक अंक आता है, तो वह उसका मूलांक कहलाता है। जैसे यदि किसी का जन्म 15 तारीख को हुआ है तो (1+5 = 6) उसका मूलांक 6 होगा। प्रत्येक मूलांक पर अलग-अलग ग्रहों का प्रभाव होता है और उसी आधार पर व्यक्ति का स्वभाव, भाग्य और जीवन की परिस्थितियां तय होती हैं। ऐसा कहा जाता है कि यदि कुछ ऐसे अंक होते हैं जिन पर शनि देव की कृपा होती है।
मूलांक 8 को हमेशा से ही शनि देव का अंक माना जाता है। जिन लोगों का मूलांक 8 होता है, वो हमेशा से ही शनि देव के प्रभाव में रहते हैं। इस कारण शनि की साढ़े साती या ढैया का उन पर उतना नकारात्मक असर नहीं होता है, जितना अन्य मूलांक के लोगों पर होता है। वहीं यदि वे ईमानदारी और परिश्रम से कार्य करते हैं तो शनिदेव उन पर विशेष कृपा बरसाते हैं और जीवन में तरक्की की राह खोलते हैं। ऐसा कहा जाता है कि शनि के अंक 8 पर हमेशा शनिदेव की कृपा होती है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इन मूलांक के लोगों को उनके बुरे कर्मों की सजा भी नहीं मिलती है।
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जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 8, 17 या 26 को हुआ है उनका मूलांक 8 होता है। ऐसा माना जाता है कि मूलांक 8 के लोग अत्यंत मेहनती और संघर्षशील होते हैं। इन लोगों के जीवन में विलंब से सफलता प्राप्त होती है, लेकिन जब सफलता मिलती है तो वो स्थायी रहती है। ये लोग बहुत न्यायप्रिय होते हैं और गलत बात को कभी भी बर्दाश्त नहीं करते हैं। मूलांक 8 के लोग विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखते हैं, जिससे उन्हें सफलता मिलती है। यही नहीं शनि की कृपा से इनका अंतर्ज्ञान भी मजबूत होता है और ये दूसरों के दर्द को आसानी से समझ सकते हैं।
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मूलांक 8 शनि का अंक माना जाता है और उन पर हमेशा वो शनि देव के प्रिय माने जाते हैं। जब उनकी कुंडली में साढ़े साती या ढैया का समय आता है तो यह काल इनके लिए संघर्ष से सफलता तक पहुंचाने वाला होता है। अगर हम शनि देव के प्रभाव की बात करें तो ऐसा माना जाता है कि वो अन्य मूलांकों की तुलना में अंक 8 वाले मूलांकों को ज्यादा पसंद करते हैं। मूलांक 8 के लोगों को शनि की साढ़े साती के दौरान किसी बड़े संकट का सामना नहीं करना पड़ता है, बल्कि यह समय इन्हें और मजबूत बनाता है।
अगर आपका मूलांक भी 8 है तो आप उनमें से एक हो सकते हैं जिन पर शनिदेव की कृपा होती है और उनके ऊपर शनिदेव का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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