अनंत चतुर्दशी के दिन कहां-कहां जलाएं 14 दीपक? जानें सही विधि और नियम

अनंत चतुर्दशी के दिन 14 दीपक जलाने का भी विशेष महत्व है। माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और घर में सकारात्मकता आती है। 
how to light 14 lamps on anant chaturdashi
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भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। अनंत चतुर्दशी के दिन 14 दीपक जलाने का भी विशेष महत्व है। माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और घर में सकारात्मकता आती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि क्या है अनंत चतुर्दशी पर दीया जलाने का महत्व और 14 दीये कहां-कहां जलाने चाहिए।

अनंत चतुर्दशी पर क्या है 14 दीपक जलाने का महत्व?

अनंत चतुर्दशी पर 14 दीपक जलाना एक प्राचीन परंपरा है। इन दीपकों को 14 अलग-अलग जगहों पर जलाया जाता है जो जीवन के 14 लोकों, 14 भुवनों या 14 गांठों का प्रतीक माने जाते हैं। ये दीपक न केवल प्रकाश फैलाते हैं बल्कि घर से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करते हैं।

अनंत चतुर्दशी पर किन जगहों पर जलाएं 14 दीपक?

  • घर के मुख्य द्वार पर: पहला दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाएं। यह घर में आने वाली सुख-समृद्धि का प्रतीक है।
  • पूजा घर में: दूसरा दीपक पूजा घर में, भगवान विष्णु की मूर्ति के सामने जलाएं।

anant chaturdashi pr diya jalane ka mahatva

  • तुलसी के पौधे के पास: तीसरा दीपक तुलसी के पौधे के पास जलाएं। तुलसी को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है।
  • किचन में: चौथा दीपक रसोई घर में जलाएं। यह अन्न और धन की वृद्धि का प्रतीक है।
  • पानी के बर्तन के पास: पांचवां दीपक उस जगह जलाएं जहाँ आप पीने का पानी रखते हैं। यह जीवन में शीतलता और शांति बनाए रखने के लिए है।
  • छत पर: छठा दीपक छत पर जलाएं, ताकि घर में आने वाली सभी बाधाएं दूर हों।
  • आंगन में: सातवां दीपक आंगन या बालकनी में जलाएं।
  • पीपल के पेड़ के पास: आठवां दीपक पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं। पीपल में सभी देवताओं का वास माना जाता है।
  • बाथरूम के बाहर: नौवां दीपक बाथरूम के दरवाजे के बाहर जलाएं।
  • बेडरूम में: दसवां दीपक अपने बेडरूम में जलाएं, यह पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम और सामंजस्य बढ़ाता है।
  • तिजोरी या अलमारी के पास: ग्यारहवां दीपक उस जगह पर जलाएं, जहां आप पैसे और गहने रखते हैं।
  • मंदिर में: बारहवां दीपक किसी मंदिर में जलाएं, खासकर विष्णु मंदिर में।

anant chaturdashi pr diya jalane ke labh

  • नदी या जलाशय के पास: तेरहवां दीपक किसी नदी, तालाब या जलाशय के पास जलाएं।
  • छत की सीढ़ियों के पास: चौदहवां दीपक छत की सीढ़ियों के पास जलाएं।

यह भी पढ़ें:एकादशी के दिन भगवान विष्णु को अपराजिता चढ़ाने से क्या होता है?

अनंत चतुर्दशी पर क्या हैं 14 दीपक जलाने के नियम?

अनंत चतुर्दशी के दिन दीपक जलाने के लिए घी या तिल एवं सरसों के तेल का इस्तेमाल करें। सभी 14 दीपक एक साथ जलाने का प्रयास करें। दीपक मिट्टी के हों तो ज्यादा शुभ माना जाता है। दीपक जलाते समय 'नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु को कौन से फूल चढ़ाएं?

    अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु को कमल, गुलाब, केवड़ा, चंपा, पारिजात, गेंदा और मालती जैसे फूल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
  • अनंत चतुर्दशी के दिन क्या दान करना चाहिए?

    अनंत चतुर्दशी के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को अनाज, अन्न, कपड़े, धन, कंबल, जूते-चप्पल और शिक्षा-सामग्री का दान करना चाहिए।