हिंदू धर्म में किसी भी पूजा-पाठ का विशेष महत्व है और पूजा के लिए विभिन्न सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है। पूजा में कई तरह की चीजों का उपयोग किया जाता है और इन सभी चीजों का महत्व भी बहुत ज्यादा होता है। किसी भी पूजन के दौरान हम जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं उसे ईश्वर के लिए अनुकूल माना जाता है। इन चीजों के इस्तेमाल से भगवान का ध्यान किया जाता है और उन्हें प्रसन्न किया जाता है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाली हर सामग्री का पूजन के बाद क्या करना चाहिए? क्या यह पूजन सामग्री दोबारा किसी भी पूजा में इस्तेमाल की जा सकती है? पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों में कुमकुम,रोली,सिंदूर,पुष्प, अक्षत, फल आदि शामिल होते हैं। इन सभी सामग्रियों को पूजा की सम्पन्नता और शुभता के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानें पूजा के बाद बची हुई सामाग्री का आपको क्या करना चाहिए, जिससे किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव न पड़ें।
पूजा के बाद बची हुई सामग्री का भी विशेष महत्व होता है क्योंकि क्योंकि इसमें देवताओं की ऊर्जा और आशीर्वाद होता है। ऐसी मान्यता है कि यदि हम इसे सही तरीके से उपयोग नहीं करते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव भी हमारे जीवन में पड़ सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम पूजा के बाद बची हुई सामग्री का सही उपयोग करें और इन सामग्रियों को कूड़े या कचरे में डालने से बचें।
किसी भी पूजा पाठ में अलग तरह की सामग्रियों का इस्तेमाल होता है और उनके बचने पर कई तरह से इसका उपयोग होता है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में-
सिंदूर को किसी भी विवाहित स्त्री की सबसे खास सामग्री माना जाता है। जब आप इस सिंदूर का इस्तेमाल किसी भी पूजा में करती हैं या इसे भगवान को अर्पित करती हैं, तब यह और ज्यादा पवित्र हो जाता है। यदि पूजा के बाद सिंदूर या कुमकुम बच जाए तो आप उसको दोबारा पूजा-पाठ में इस्तेमाल कर सकती हैं। यही नहीं आप अपने लिए भी इस सिंदूर का इस्तेमाल कर सकती हैं। कुमकुम का इस्तेमाल किसी भी नई चीज पर, दरवाजे पर स्वास्तिक बनाने के लिए और कोई भी शुभ चिह्न बनाने के लिए किया जाता है। ऐसे में आप इसी कुमकुम को उपयोग में ला सकती हैं।
यह विडियो भी देखें
घर में किसी भी पूजा के बाद अगर फूल बच जाएं तो आप उन्हें फेंकें नहीं बल्कि इन फूलों का इस्तेमाल आपको घर के गार्डन या फिर गमले में करना चाहिए। कुछ समय के बाद ये फूल गमले में खाद बन जाते हैं और इसका इस्तेमाल पौधों के लिए भी लाभकारी हो सकता है।
आपको कभी भी इन फूलों को कचरे में नहीं डालना चाहिए। इसके साथ ही यदि पूजा की थाली में अक्षत, गेहूं या अन्य कोई भी अनाज बचते हैं तो आप इसे भी गार्डन में डाल सकते हैं या फिर इसे पक्षियों को भी खिला सकते हैं।
जब किसी भी पूजा-पाठ में जल का इस्तेमाल किया जाता है तो काफी जल बच भी जाता है। ऐसे में आपको पूजा के समापन के बाद इस जल को पूरे घर में और हर में रहने वाले सदस्यों के ऊपर छिड़क देना चाहिए, उसके बाद बचे जल को किसी भी गमले में डाल सकते हैं। इससे उस जल का उपयोग भी हो जाता है और पूजा की सामग्री का अपमान भी नहीं होता है।
यदि आप पूजा के बाद बची हुई सामग्रियों का इस्तेमाल यहां बताए तरीके से करती हैं तो आपके जीवन में कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Images: freepik.com
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।