हम में से बहुत से लोग रोजाना भगवान की पूजा करते होंगे और जो रोज़ नहीं कर पाते होंगे वो कभी-कबार भगवान की आराधना करते होंगे, लेकिन क्या अपने सोचा है कि आखिर यह पता कैसे चलता है कि आपकी पूजा स्वीकार की जा रही है भगवान द्वारा या नहीं। इस बारे में जब हमने ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से पूछा तो उन्होंने हमें बताया कि जब भी हम पूजा करते हैं तो वह पूजा सफल हो रही है या विफल, उससे जुड़े हमें संकेत मिलने लगते हैं। हालांकि इन संकेतों को समझ पाना सरल नहीं है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आपकी पूजा से भगवान प्रसन्न हैं या नहीं, इसके बारे में कैसे पता लगता है।
पूजा के सफल होने के संकेत
मन की शांति और प्रसन्नता: यदि पूजा के बाद आपको अधिक शांति और खुशी महसूस हो, तो यह एक अच्छा संकेत माना जा सकता है। ऐसा लग सकता है कि मन का बोझ हल्का हो गया है और एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है।
सकारात्मक विचार और प्रेरणा: सफल पूजा के बाद अक्सर सकारात्मक विचार आते हैं और किसी कार्य को करने की प्रेरणा मिलती है। ऐसा महसूस हो सकता है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक नई दिशा या ऊर्जा मिली है।
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आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस होना: पूजा के दौरान या बाद में, यदि आपको ईश्वर या अपनी आस्था के प्रति अधिक जुड़ाव महसूस हो, तो यह भी सफलता का एक संकेत हो सकता है। यह एक गहरी आंतरिक अनुभूति हो सकती है।
इच्छाओं की पूर्ति होना (माना जाता है): कई लोग अपनी विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं। यदि कुछ समय बाद उनकी वह इच्छा पूरी हो जाती है, तो इसे पूजा की सफलता के रूप में देखा जा सकता है, हालांकि इसके पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं।
घर में सकारात्मक माहौल: यदि पूजा के बाद घर में शांति और सकारात्मकता का अनुभव हो, तो यह भी एक अच्छा संकेत माना जाता है। लोगों के बीच सौहार्द और प्रेम बढ़ सकता है।
पूजा में मन लगना: यदि पूजा करते समय आपका ध्यान केंद्रित रहा और आपको अच्छा महसूस हुआ, तो यह भी एक सफल पूजा का संकेत हो सकता है।
पूजा के विफल होने के संकेत
मन में अशांति और नकारात्मकता: यदि पूजा के बाद भी मन अशांत रहे या नकारात्मक विचार आएं, तो कुछ लोग इसे पूजा की असफलता के रूप में देख सकते हैं।
उदास या निराश महसूस करना: यदि पूजा के बाद आपको उदासी या निराशा महसूस हो, तो यह भी एक नकारात्मक संकेत माना जा सकता है।
पूजा में ध्यान न लगना: यदि पूजा करते समय आपका मन भटकता रहा और आप ध्यान केंद्रित नहीं कर पाए, तो कुछ लोग इसे पूजा की कमी के रूप में देखते हैं।
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इच्छाओं की पूर्ति न होना: यदि लंबे समय तक पूजा करने के बाद भी आपकी इच्छाएं पूरी नहीं होती हैं, तो कुछ लोग निराश हो सकते हैं और इसे पूजा की विफलता मान सकते हैं। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि हर इच्छा का पूरा होना ज़रूरी नहीं है।
घर में तनाव और नकारात्मकता: यदि पूजा के बाद भी घर में तनाव और नकारात्मक ऊर्जा के कारण खराब माहौल बना रहे, तो इसे अच्छा संकेत नहीं माना जाता है।
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Image credit: herzindagi
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