सनातन धर्म में सभी दिन और तिथियां अलग-अलग देवी-देवता की पूजा के लिए समर्पित है। वहीं शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कुंडली में शनि की स्थिति अशुभ है तो शनिदेव की पूजा से लाभ हो सकता है। आपको बता दें, शनिदेव को कर्मों का फलदाता माना जाता है। वे व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार उसे फल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि शनिदेव की पूजा करने से जीवन में आने वाले कष्टों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं, शनिदेव को बुरी शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने वाला भी माना जाता है। उनकी पूजा करने से जीवन में सुरक्षा बनी रहती है। अब ऐसे में शनिवार के दिन कुछ ऐसे उपाय हैं, जिसे करने से व्यक्ति को लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
शनिवार के दिन सुबह स्नान के बाद एक लोटे में जल लें और उसमें थोड़ा सा दूध तथा काले तिल मिलाएं। इस जल को पीपल की जड़ में अर्पित करें और ऊं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें। आप पीपल के पेड़ के पास बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। क्योंकि हनुमान जी शनि देव के आराध्य माने जाते हैं। इससे शनि के दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं और अगर आप बार-बार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इससे छुटकारा मिल सकता है।
अगर किसी जातक को नजर लगी है तो शनिवार के दिनएक मुट्ठी सरसों के दाने और एक चुटकी नमक लेकर नजर लगे व्यक्ति के सिर के ऊपर से सात बार घुमाकर उतारें। इसके अलावा शनिदेव के मंत्र 'ऊं श्रीं शं श्रीं शनैश्चराय नमः' का 31 बार जाप करें और एक नीला फूल गंदे नाले में प्रवाहित कर दें। इससे नजर उतर सकती है।
अगर आप आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो शनिवार के दिन काले तिल के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा इस दिन आप अन्न के साथ-साथ काले रंग की चीजों का दान करें। इससे उत्तम परिणाम मिल सकते हैं और आर्थिक लाभ हो सकता है।
यह विडियो भी देखें
जिस भी जातक की राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो उन्हें अशुभ परिणाम से बचने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाएं और शनिदेव की पूजा विधिवत रूप से करें। साथ ही इस दिन अगर आप शनिदेव की पूजा कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उनकी आंखों में न देखें। आप पूजा करने के दौरान शनि चालीसा का पाठ करें और फिर शनिदेव की प्रतिमा की परिक्रमा लगाएं। इससे आप साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें - Jyestha Month 2025: ज्येष्ठ माह में शनि देव की कृपा पाने के लिए जरूर करें ये उपाय
अगर आपके ऊपर शनि की महादशा चल रही है तो शनिवार के दिन आप एक पात्र में सरसो का तेल लें और उसमें अपने आप को देखें और अपनी छाया को दान कर दें। इससे शनि की महादशा के अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं और जीवन में आ रही सभी कष्ट दूर हो सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें - शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन करें ये 3 काम
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- HerZindagi
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।