Pradosh Vrat May 2025: मई में इन तिथियों पर पड़ेगा प्रदोष व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Pradosh Vrat Kab Hai: प्रदोष का व्रत रखती हैं, तो इस लेख में मई में पड़ने वाली प्रदोष व्रत की तिथियां बताई गई हैं, साथ ही यह भी बताया गया है इस माह पड़ने वाले प्रदोष व्रत क्‍यों खास हैं। 
pradosh vrat
Pradhosh Vrat Dates May 2025: हर माह दो प्रदोष व्रत आते हैं। मई में भी शुक्‍ल और कृष्‍ण पक्ष के दो प्रदोष व्रत पड़ेंगे। प्रदोष का व्रत वैसे तो भगवान शिव की उपासना के लिए रखा जाता है, इस व्रत का फल बहुत ही मीठा होता है। इससे विवाहित और कुंवारी, दोनों लड़कियां रख सकती हैं। मई में प्रदोष व्रत कब-कब पड़ रहा है और इसका क्‍या महत्‍व है इस बारे में हमें विस्‍तार में जानकारी दे रहे हैं ज्‍योतिषाचार्य एवं पंडित सौरभ त्रिपाठी।

मई में प्रदोष व्रत की तिथियां और शुभ मुहूर्त:

1. 9 मई 2025 (शुक्रवार) – शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत (Shukra Pradosh)

त्रयोदशी तिथि: 9 मई दोपहर 03:08 बजे से 10 मई शाम 5:00 बजे तक

प्रदोष पूजा का समय: 9 मई शाम 6:54 बजे से रात 9:05 बजे तक

Shukra Pradosh

शुक्र प्रदोष का महत्‍व

शुक्र प्रदोष का बड़ा महत्‍व है। इस दिन विवाहित महिलाओं को जरूर व्रत रखना चाहिए क्‍योंकि इससे उनकी मैरिड लाइफ अच्‍छी बनी रहती है। अगर आपको संतान सुख प्राप्‍त करना है, तब भी यह शुक्र प्रदोष का व्रत रखना आपके लिए फलदायक हो सकता है। क्‍योंकि यह दिन शुक्रवार का है इसलिए भगवान शिव के साथ-साथ देवी लक्ष्‍मी की भी पूजा करनी चाहिए। शुक्र प्रदोष रखने से सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है। यदि आप इस दिन व्रत रखती हैं, तो घर का हर सदस्‍य रोग मुक्‍त रहता है। घर में सकारात्‍मकता आती है और घर में किसी भी ग्रह के कमजोर होने से पड़ने वाले बुरे प्रभाव को कम करता है।

शुक्र प्रदोष व्रत की पूजा कैसे करें (Shukra Pradosh Vrat Puja Vidhi)

  • शुक्र प्रदोष व्रत की पूजा के लिए सुबह उठें और सुर्योदय से पहले ही नहा लें। साथ ही साफ सुथरे कपड़े पहनें।
  • इसके बाद मंदिर जाएं और व्रत का संकल्‍प करें। यह पहले ही तय कर लें कि आपको व्रत कैसे रखना है। इसे आप फलाहार और निराहार दोनों तरह से रख सकती हैं।
  • इस बात का ध्‍यान रखें कि आपको आज नमक का सेवन नहीं करना है क्‍योंकि शवि जी के व्रत में केवल मीठा ही खाया जाता है।
  • आज शिवलिंग पर जल और आंकड़े का फूल चढ़ाएं। इसके साथ ही शिव जी का प्रिय धतूरा भी उन्‍हें अर्पित करना चाहिए।

2. 24 मई 2025 (शनिवार) – कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (Shani Pradosh)

त्रयोदशी तिथि: 24 मई दिन 03:42 बजे से 25 मई दोपहर 01:14 बजे तक

प्रदोष पूजा का समय: 24 मई शाम 7:01 बजे से रात 9:10 बजे तक

Shani Pradosh

इस बार दूसरा प्रदोष व्रत शनिवार को पड़ रहा है। आपको बता दें कि यदि त्रयोदशी तिथि शनिवार को पड़ती है, तो यह शनि प्रदोष व्रत कहलाता है। शनि प्रदोष का व्रत भगवान शिव और शनि देव दोनों के लिए रखा जा सकता है। यदि आपकी शनि कमजोर है तो यह व्रत बहुत ज्‍यादा फलदायक हो सकता है। खासतौर पर अगर आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती या ढइया चल रही है, तो आपको यह व्रत जरूर रखना चाहिए। यह व्रत आपको सुख शांति देता है। इस व्रत के फलस्‍वरूप आपकी घरेलू और प्रोफेशनल लाइफ में चल रही दिक्‍कतें भी कम हो जाती हैं। आपको इस दिन व्रत रखने से मानसिक शांति प्राप्‍त होती है।

शनि प्रदोष व्रत की पूजा कैसे करें (Shani Pradosh Vrat Puja Vidhi)

  • सुबह उठकर स्‍नान करें और साफ कपडत़े पहन लें। इस बात का ध्‍यान रखें कि सूर्य के उदय होने से पहले ही आपने स्‍नान कर लिया हो।
  • इसके बाद मंदिर जाएं और व्रत का संकल्‍प लें। शनि प्रदोष के दिन आपको पीपल के पेड़त में जल जरूर अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा पीपल के पेड़ के नीचे तेज का दीपक जलाएं।
  • शिवलिंग पर इस दिन आप दूध के साथ तिल अर्पित करती हैं, तो आपको बहुत अच्‍छा फल मिलेगा।
  • भगवान शिव और शनिदेव की आरती भी आज जरूर गाएं।

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