नागपंचमी पर भाग्यवान और धनवान बनने के लिए कर सकती हैं ये 5 अचूक उपाय, पंडित जी से जानें

नागपंचमी पर नाग देवता की पूजा, दूध और लावा अर्पित करने, चांदी के नाग-नागिन चढ़ाने और घर के मुख्य द्वार पर नाग का चित्र लगाने से घर में सुख समृद्धि आती है।,नागपंचमी पर किए गए ये उपाय सर्प दोष मिटाकर धन-समृद्धि और सौभाग्य लाते हैं। तो चलिए पंडित जी से इन खास उपायों के बारे में जान लेते हैं।
Nag Panchami rituals for prosperity

सावन का पावन महीना भगवान शिव की भक्ति और प्रकृति के सम्मान का प्रतीक है। इस माह में कई महत्वपूर्ण पर्व आते हैं, जिनमें से एक नागपंचमी भी है। यह पर्व नाग देवताओं को समर्पित है, जिनकी पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सर्प दोष तथा कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। हिंदू धर्म में नागों को पूजनीय माना जाता है, क्योंकि वे शिवजी के गण और संरक्षक हैं। साथ ही, वे पृथ्वी पर धन-संपदा के रक्षक भी माने जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि नागपंचमी के दिन नाग देवताओं की विधि-विधान से पूजा करने से भय और बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, सौभाग्य और धन-संपत्ति की भी प्राप्ति होती है।

अगर आप भी नागपंचमी के इस शुभ अवसर पर अपने जीवन में सुख-समृद्धि, धन-वैभव और अटूट भाग्य लाना चाहती हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। हमारे पंडित जी ने कुछ ऐसे 5 अचूक उपाय बताए हैं, जिन्हें नागपंचमी के दिन करने से नाग देवता और भगवान शिव दोनों की कृपा प्राप्त होती है, जिससे आप भाग्यवान और धनवान बन सकती हैं। आइए ज्योतिषाचार्य अरविंद त्रिपाठी से इन विशेष उपायों के बारे में जान लेते हैं।

नागपंचमी पर सौभाग्य और धन प्राप्ति के 5 अचूक उपाय

नागपंचमी का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा का विशेष विधान है। पंडित जी के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलती है। यही नहीं, इससे जीवन में सौभाग्य, धन और समृद्धि का भी आगमन होता है।

Nag panchami ke upay for prosperity

नाग देवता की विधिवत पूजा और दूध व लावा अर्पित करना

नागपंचमी के दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर में या नाग देवता के किसी चित्र/मूर्ति के सामने बैठें। एक थाली में दूध, लावा, हल्दी, कुमकुम, चावल, और फूल रखें। नाग देवता की विधिवत पूजा करें और उन्हें दूध व लावा अर्पित करें। दूध चढ़ाते समय "ॐ भुजंगेशाय विद्महे, सर्पराजाय धीमहि, तन्नो नागः प्रचोदयात्" मंत्र का जाप करें। नाग देवताओं को दूध और लावा अत्यंत प्रिय है। यह उपाय नागों को शांत करता है और उनकी कृपा प्राप्त करने में मदद करता है, जिससे भय और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं। यह शिवजी को भी प्रसन्न करता है, क्योंकि नाग उनके गले का हार हैं।

चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा अर्पित करें

अगर आप कालसर्प दोष या सर्प दोष से पीड़ित हैं, तो नागपंचमी के दिन चांदी के नाग-नागिन का एक छोटा जोड़ा खरीदें। इसे दूध से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें। पूजा के बाद इस जोड़े को बहते जल में प्रवाहित कर दें। चांदी को शुद्ध धातु माना जाता है और नाग-नागिन का जोड़ा दोषों से मुक्ति का प्रतीक है। यह उपाय कालसर्प दोष के बुरे प्रभावों को कम करने और कुंडली में राहु-केतु के अशुभ प्रभावों को शांत करने में सहायक माना जाता है, जिससे धन और भाग्य के मार्ग खुलते हैं।

घर के मुख्य द्वार पर नाग का चित्र या आकृति लगाएं

नागपंचमी के दिन अपने घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर गोबर से या हल्दी-चंदन से नाग देवता का चित्र या आकृति बनाएं। आप चाहें तो नाग-नागिन के चित्र या पोस्टर भी लगा सकती हैं। यह माना जाता है कि घर के मुख्य द्वार पर नाग देवता का चित्र लगाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती और सर्पों का भय दूर होता है। यह घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है, क्योंकि नाग को धन का रक्षक भी माना जाता है।

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नाग गायत्री मंत्र का जाप करें

Nag panchami Remedies

नागपंचमी के दिन 'नाग गायत्री मंत्र' का कम से कम 108 बार जाप करें। मंत्र है: "ॐ नवकुलाय विद्महे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्पः प्रचोदयात्।" इस मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है, भय दूर होता है और नाग देवता प्रसन्न होते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जिनकी कुंडली में सर्प दोष है, क्योंकि मंत्रों में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की शक्ति होती है और यह भाग्य को जगाने में मदद करता है।

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सपेरों को दूध और पैसे दान करें

नागपंचमी के दिन यदि आपको कोई सपेरा नाग के साथ दिखे, तो उसे नाग को दूध पिलाने के लिए पैसे दान करें। ध्यान रहे, नाग को स्वयं दूध न पिलाएं, क्योंकि यह उनके लिए हानिकारक हो सकता है। सपेरों को पैसे और दूध दान करने से नागों के प्रति सम्मान व्यक्त होता है। यह एक प्रकार से नाग देवताओं की सेवा का प्रतीक है। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और नाग देवता प्रसन्न होकर धन-धान्य का आशीर्वाद देते हैं। यह उपाय धन-धान्य की वृद्धि में सहायक माना जाता है।

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Image credit- Freepik


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