
(Kharmas 2023 lord Vishnu puja) दिनांक 16 दिसंबर से खरमास का आरंभ हो चुका है। इस दौरान कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। इस दौरान सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होता है। जिसके कारण इसे धनुर्मास कहा जाता है। यह दिनांक 15 जनवरी तक रहेगा। इस माह में विवाह से लेकर मुंडन तक सभी कार्यों पर रोक लगा दिया जाता है। अगर आप इस दौरान वाहन भी खरीदना की सोच रहे हैं, तो अभी के लिए टाल दें।
शास्त्रों में खरमास के दौरान सू्र्य की ऊर्जा कम हो जाती है। इस अवधि में सूर्य की स्थिति कमजोर हो जाती है। ऐसा माना जाता है कि खरमास में सूर्य का स्वभाव उग्र हो जाता है। जिसके कारण इस माह में शुभ कार्यों पर पाबंदी लग जाती है और मांगलिक कार्य नहीं होते हैं।
अब ऐसे में इस माह में भगवान विष्णु की पूजा कैसे करें। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

खरमास में सभी शुभ कार्यों पर रोक लगा दिया जाता है, लेकिन इन दिनों में पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को विशेष लाभ हो सकता है। खरमास के दिनों में भगवान विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) की विशेष रूप से पूजा करना शुभ फलदायी माना जाता है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें। इससे घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है। इतना ही नहीं, नौकरी में तरक्की के योग बन सकते हैं।
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खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद आरती जरूर करें।
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावे फल पावे, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय...॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय...॥
तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय...॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय...॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय...॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय...॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय...॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय...॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय...॥
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