Jyeshtha Purnima  significance of worshipping peepal banyan and tulsi tree

Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन करें इन पेड़ों की पूजा, बनी रहेगी सुख-शांति और समृद्धि

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य करने बेहद शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है। 
Editorial
Updated:- 2024-06-12, 07:30 IST

ज्येष्ठ मास में आने वाली पूर्णिमा तिथि को बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति हो सकती है। इस दिन सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने और व्रत रखने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा इस दिन चंद्रमा से जुड़ी सफेद रंग की चीजों का दान करने से लाभ हो सकता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है, तो इससे छुटकारा मिल सकता है। अब ऐसे में इस दिन किन पेड़-पौधों की पूजा करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। 

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का महत्व

why to offer water to peepal tree

पीपल के पेड़ को देवताओं का वृक्ष माना जाता है। इसकी पूजा करने से सुख, समृद्धि, और दीर्घायु प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन पीपल की पूजा करने से ग्रहों की शांति होती है और कुंडली में मौजूद दोषों का प्रभाव कम होता है। अगर किसी की शादी में बाधा आ रही हो, तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। जो दंपति संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उनके लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन विधिवत रूप से पीपल के पेड़ की पूजा करने से लाभ हो सकता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने से धन-वैभव में वृद्धि होती है और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

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ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन बरगद के पेड़ की पूजा का महत्व

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन बरगद के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। ऐसी मान्यता है कि बरगद के पेड़ में त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु और शिव) का वास होता है। बरगद की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसकी पूजा से ग्रहों की शांति होती है और कुंडली में मौजूद दोषों का प्रभाव भी कम हो जाता है।  विवाह में बाधा आने पर बरगद की पूजा करने से बाधाएं दूर होती हैं। बरगद के पेड़ की जड़ों में गंगाजल अर्पित करें। पेड़ पर कलावा बांधें। फूल, फल, और मिठाई चढ़ाएं। धूप और दीप जलाएं। इससे व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है। 

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ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन तुलसी की पूजा का महत्व

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हिंदू धर्म में तुलसी को अत्यंत पूजनीय पौधा माना जाता है।  ऐसी मान्यता है कि तुलसी देवी लक्ष्मी का स्वरूप है। तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। तुलसी की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। तुलसी की पूजा से ग्रहों की शांति होती है और कुंडली में मौजूद दोषों का प्रभाव कम होता है। तुलसी की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है। तुलसी की पूजा करने से व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।

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Image Credit- herZindagi

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