how to offer water to moon on sharad purnima

शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य कैसे दें? जानें सही तरीका

शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से आरोग्य का वरदान मिलता है और मानसिक बल की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को जल अर्पित करने की सही विधि क्या है?
Editorial
Updated:- 2025-10-06, 16:28 IST

शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा और अर्घ्य देने का विधान है। माना जाता है कि इस रात चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से युक्त होता है और उनकी किरणों से अमृत बरसता है। शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से आरोग्य का वरदान मिलता है और मानसिक बल की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आपको ये पता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को कैसे जल अर्पित करना चाहिए और क्या है सही विधि? आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।

शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की विधि

सबसे पहले स्वच्छ होकर साफ कपड़े पहन लें। पूजा के लिए सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनना सबसे उत्तम माना जाता है। घर की छत, बालकनी या किसी भी ऐसे खुले स्थान का चुनाव करें, जहां से चंद्रमा का दर्शन स्पष्ट रूप से हो सके।

sharad purnima pr chandrama ko arghya dene ka tarika

इसके बाद चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए सामग्री के तौर पर गंगाजल, कच्चा दूध, अक्षत, सफेद फूल, चांदी का सिक्का, मिश्री, सफेद चंदन, सफेद तिल या घी का दीपक आदि एकत्रित कर लें। इसके बाद, एक थाली में सारी सामग्री व्यवस्थित रखें।

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फिर चंद्रमा को अर्घ्य देने वाले स्थान पर पहुंचें। चंद्रमा के उदय होने पर, सबसे पहले जहां आप खड़े हैं, वहां की जगह को थोड़ा साफ कर लें। अब चंद्रमा को देखते हुए दीपक प्रज्वलित करें। फिर तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें सारी सामग्री डालें।

चंद्रमा को अर्घ्य देना शुरू करें और अर्घ्य देते समय 'ॐ सों सोमाय नमः' या 'ॐ चंद्रमसे नमः' मंत्र का जाप करें। यह मंत्र चंद्रमा को समर्पित है। अर्घ्य देने के बाद उसी स्थान पर खड़े-खड़े 7 बार गोल-गोल घूमते हुए परिक्रमा लगाएं।

sharad purnima pr chandrama ko arghya dene ki vidhi

इसके बाद, अन्य सामग्री को इक्कठा करके पवित्र जल में प्रवाहित कर दें और चांदी के सिक्के को आज घर में जो खीर बनाई है उसमें अंदर की ओर छिपा दें। चंद्रमा की रौशनी में उस खीर को रख दें और अगले दिन उस खीर को खाएं।

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वहीं, खीर में छिपाए उस सिक्के को घर की तिजोरी या फिर घर के मंदिर में रखें। इससे धन लाभ के योग बनेंगे। मां लक्ष्मी का घर में वास होगा। घर से दरिद्रता एवं तंगी चली जाएगी। पैसों का प्रवाह बढ़ेगा और धन प्राप्ति के नए मार्ग खुलेंगे।

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FAQ
शरद पूर्णिमा की रात कौन सा दीया जलाना चाहिए?
शरद पूर्णिमा की रात सफेद तिल का दीया जलाना शुभ माना जाता है। 
शरद पूर्णिमा के दिन शाम के समय क्या है तुलसी पूजा का महत्व? 
शरद पूर्णिमा के दिन शाम के समय तुलसी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है। 
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