maha ashtami 2025 kab hai

Durga Ashtami Date 2025: 29 या 30 सितंबर, कब रखा जाएगा महाअष्टमी का व्रत? जानें शुभ मुहूर्त और उपाय

Durga Ashtami Kab Hai 2025: नवरात्रि के दौरान अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इन तिथियों पर कन्या पूजन और हवन करने का विधान है। इस वर्ष, महा अष्टमी की तिथि को लेकर लोगों के मन में थोड़ी दुविधा है कि यह 29 सितंबर को है या 30 सितंबर को। 
Editorial
Updated:- 2025-09-26, 16:03 IST

शारदीय नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की भक्ति और उपासना का सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है। इन नौ दिनों में माता रानी के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस तिथि पर मां महागौरी की पूजा और कन्या पूजन करने का विधान है। इस वर्ष, महाअष्टमी की तिथि को लेकर लोगों के मन में थोड़ी दुविधा है कि यह 29 सितंबर को है या 30 सितंबर को। ऐसे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रही है महा अष्टमी और क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त एवं विशेष उपाय।

दुर्गा अष्टमी 2025 कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि में अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 29 सितंबर 2025 को शाम 04 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 30 सितंबर 2025 को शाम 06 बजकर 06 मिनट पर होगा।

maha ashtam 2025 ki date

चूंकि महा अष्टमी की तिथि का उदय 30 सितंबर को हो रहा है, इसलिए इस दिन ही महा अष्टमी का व्रत रखा जाएगा और मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाएगी।

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दुर्गा अष्टमी 2025 मां दुर्गा पूजन शुभ मुहूर्त

महा अष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए कुछ विशेष मुहूर्त बन रहे हैं। इस दिन मां महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे सुख-समृद्धि मिलती है। महा अष्टमी के दिन पवित्र स्नान और दान के लिए शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त है जो सुबह 04:37 से सुबह 05:26 बजे तक रहेगा। इसके अलावा, मां दुर्गा की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05:01 बजे से सुबह 06:13 बजे तक का है।

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महा अष्टमी के दिन माता की पूजा के लिए यह मुहूर्त सबसे शुभ है, लेकिन अगर आप किसी कारण से इतनी सुबह मां दुर्गा की पूजा न कर पाएं तो ऐसे में अभिजीत मुहूर्त को भी चुन सकते हैं जो सुबह 11:47 से दोपहर 12:35 बजे तक। हालांकि अगर आप इस समय में माता की पूजा करते हैं तो कन्या पूजन का समय निकल जाएगा क्योंकि कंजक जमाने का शुभ समय अभिजीत मुहूर्त से पहले बन रहा है।

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महा अष्टमी 2025 उपाय

महा अष्टमी के दिन मां महागौरी को प्रसन्न करने के लिए कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं। महा अष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा के दौरान उन्हें ब्रह्म कमल का फूल अर्पित करें। इसके अलावा, उन्हें 7 सफेद कौड़ी या फिर 1 दक्षिणावर्ती शंख अर्पित करें। इन 3 में से कोई भी 1 चीज अगर आप माता को चढ़ाते हैं तो इससे महा अष्टमी के दिन ग्रहों की शुभता आपको प्राप्त होगी और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

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FAQ
कन्या पूजन के दौरान कितनी कन्याएं घर में बैठनी चाहिए?
कन्या पूजन के दौरान कम से कम 2 कन्याएं और अधिकतम 9 कन्याएं घर में बैठनी चाहिए।
कन्या पूजन के दौरान लंगुरिया न मिले तो क्या करना चाहिए?
कन्या पूजन के लिए अगर बालक यानि कि लंगुरिया नहीं मिल रहा है तो ऐसे में उसके नाम की थाली सजाकर अनुमान मंदिर में दे आएं।
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