
(Dattatreya Jayanti 2023) हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष पूर्णिमा को दत्तात्रेय जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, ब्रह्मा और शिव के अंश भगवान दत्तात्रेय का जन्मोत्सव मनाते हैं। दत्तात्रेय जयंती पर तीनों देवताओं के बालरूप की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि दत्तात्रेय के स्मरण करने मात्र से ही व्यक्ति के सभी दुख दूर हो सकते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति भी हो सकती है। अब ऐसे में इस दिन कुछ ऐसे उपाय हैं, जिसे करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त हो सकती है।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
भगवान दत्तात्रेय महर्षि अत्रि मुनि और उनकी पत्नी अनुसूया की संतान हैं। जब त्रिदेव ने मां अनुसूया के पतिव्रता धर्म की परीक्षा ली और उन पर प्रसन्न हुए थे। तभी तीनों के संयुक्त रूप में इनका जन्म हुआ था। इनके तीन मुख और 6 हाथ हैं। इन्हें गाय और श्वान के साथ रहना बेहद पसंद था। भगवान दत्तात्रेय के अंदर गुरु और भगवान दोनों के स्वरूप है। इनकी विधिवत पूजा करने से त्रिदेवों के आशीर्वाद की प्राप्ति हो सकती है। बता दें, भगवान दत्तात्रेय ने परशुरामजी को श्रीविद्या मंत्र प्रदान की थी।

इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करना बेहद महत्वपर्ण माना जाता है। इसलिए इस दिन इनके मंत्रों का जाप जरूर करें।
इसे जरूर पढ़ें - Kharmas 2023 : खरमास में भगवान विष्णु की पूजा कैसे करें, ज्योतिष से जानें

इसे जरूर पढ़ें - Kharmas 2023: खरमास में क्या करें और क्या न करें?
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- Freepik
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।