रुद्राक्ष एक ऐसा मनका है जिसे धारण करने से कई तरह के लाभ होते हैं। रुद्राक्ष कई तरह का होता है और इसका बहुत अधिक महत्व होता है। रुद्राक्ष की माला एक ऐसी माला है जो हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान रखती है, इसे अपने आध्यात्मिक महत्व और संभावित लाभों के लिए जाना जाता है। भूरे रंग का यह मनका रुद्राक्ष के पेड़ के नीले फल के सूखे बीज से मिलता है जिसकी माला, ब्रेसलेट और अन्य चीजें भी बनाई जाती हैं।
अगर हम रुद्राक्ष के शाब्दिक अर्थ की बात करें तो रुद्राक्ष शब्द का अर्थ है रुद्र की आंख, रुद्र भगवान शिव का दूसरा नाम है। इसलिए इसकी तुलना भगवान शिव के नेत्रों से की जाती है। उपनिषद के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति कालाग्नि रुद्र द्वारा त्रिपुरासुर नामक असुर को नष्ट करते समय बहाए गए आंसुओं से हुई थी और इसलिए इसे भगवान शिव के आंसुओं के रूप में भी जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष किसी भी रूप में धारण करने के कुछ विशेष नियम हैं और उनका पालन जरूरी है। ऐसे ही एक सवाल यह उठता है कि क्या बच्चे भी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से इसके बारे में जानें और इसे धारण करने के नियमों को भी समझें।
रुद्राक्ष की माला का क्या महत्व होता है
रुद्राक्ष की माला को बहुत पवित्र माना जाता है और इसका उपयोग ध्यान और प्रार्थना के साथ-साथ उनके उपचार, सुरक्षात्मक और शांत गुणों के लिए प्रार्थना माला के रूप में किया जाता है। भगवान शिव स्वयं अपने बालों, बांहों, कलाई और गले में रुद्राक्ष पहनते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य, सौभाग्य और सफलता का आशीर्वाद मिलता है। कई प्राचीन ग्रंथों में, रुद्राक्ष पहनने को पापों से मुक्ति और अपार पुण्य प्राप्त करने के समान माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष के आस-पास रहने से भी सुरक्षा और शांति मिलती है। रुद्राक्ष एक से लेकर 27 मुखी तक हो सकते हैं। रुद्राक्ष पहनने वाले को भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। पंचमुखी रुद्राक्ष सभी के लिए सुरक्षित और अच्छा माना जाता है।
क्या बच्चों को रुद्राक्ष पहनना चाहिए
ज्योतिष की मानें तो बच्चे भी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। यह आपके बच्चे को किसी भी ऊर्जा के नकारात्मक प्रभाव से बचाती है। यह मन को स्पष्टता देता है और आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है। बच्चे को सिखाएं कि वो रुद्राक्ष धारण करने के बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप जरूर करे।
हालांकि बच्चों को कभी भी एक मुखी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। विद्यार्थियों को 4 मुखी, 6 मुखी और गणेश रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है। एक मुखी रुद्राक्ष हमेशा उन भिक्षुओं को पहनने की सलाह दी जाती है जो मुक्ति की तलाश में हैं। कुल मिलाकर, रुद्राक्ष को बच्चे, छात्र, बुजुर्ग या महिलाएं कोई भी पहन सकता है , बस इसे धारण करने के नियमों का पालन करना जरूरी है।
रुद्राक्ष में वह शक्ति है कि यह इसकी माला पहनने वाले को नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है। रुद्राक्ष को कभी भी काले धागे में न बांधने की सलाह दी जाती है। आप इसे चांदी या सोने के साथ धारण कर सकते हैं। यदि आप बच्चे इसे धागे में पहनाना चाहते हैं तो उसे हमेशा लाल या पीले धागे में बांधें।
इसे जरूर पढ़ें: Rudraksha: रुद्राक्ष धारण करते समय न करें इन नियमों की अनदेखी
बच्चों के लिए रुद्राक्ष धारण करने के नियम
- बच्चों को रुद्राक्ष पहनने की अनुमति होती है क्योंकि वे वयस्कों की तुलना में रुद्राक्ष पर बहुत बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। रुद्राक्ष बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास में सहायता करता है। बच्चों के लिए रुद्राक्ष पहनना लाभकारी हो सकता है, लेकिन उन्हें कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए जिससे रुद्राक्ष का पूरा लाभ मिले।
- रुद्राक्ष की माला तुलसी के समान पवित्र होती है। इसे कुछ नियमों के साथ ही पहनना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यदि परिवार में किसी बच्चे का जन्म हुआ हो, जिस घर में मांस-मदिरा का सेवन किया जाता हो या फिर किसी की मृत्यु के समय रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए।
- सुबह रुद्राक्ष पहनने से पहले, रुद्राक्ष उतारने के बाद और सोने से पहले आपको लगभग 9 बार रुद्राक्ष मंत्र का जाप करना चाहिए।
- रुद्राक्ष को उतारने के बाद इसे अपने पूजा मंदिर की वेदी जैसे किसी पवित्र पवित्र स्थान पर रखना चाहिए।
- रुद्राक्ष कभी भी आपको अशुद्ध अवस्था में नहीं पहनना चाहिए। अशुद्ध अवस्था में या फिर जब आपने स्नान न किया हो तो रुद्राक्ष को नहीं छूना चाहिए और जब आप स्वच्छ हों तभी इसे धारण करना चाहिए।
- जब आप रुद्राक्ष धारण कर रहे हों तो आपको झूठ न बोलने की सलाह दी जाती है और इसे धारण करके शिव मंदिर जाने की सलाह दी जाती है।
यदि आप बच्चों को रुद्राक्ष पहनानते हों तो उन्हें इसके नियमों का पालन भी करने की आदत डालनी चाहिए। आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images:Freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों