
दिवाली का पर्व पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है और इस दिन घर को रोशनी से सजाने का विधान है। इस साल दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन लोग माता लक्ष्मी का पूजन करते हैं और उन्हें उनकी पसंद की चीजें अर्पित करते हैं।
मान्यता है कि माता लक्ष्मी का पूजन करने से पूरे साल घर में समृद्धि बनी रहती है और समस्त कामनाओं की पूर्ति होती है। दिवाली के दिन कई ज्योतिष उपाय आजमाने की सलाह दी जाती है और इन उपायों से धन लाभ के योग बनते हैं।
यूं कहा जाए कि यह पर्व कई रस्मों को निभाने, माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने और खुशहाली की कामना करने के लिए विशेष रूप से मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन आपको पूजन के समय ज्योतिष से जुड़ी कुछ गलतियों से बचना चाहिए जिससे आपके भावी जीवन में कोई नुकसान न हो। आइए श्री नारायण ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य विभूति नारायण तिवारी से इसके बारे में विस्तार से जानें।

मान्यता है कि दिवाली के दिन आपको घर में रंगोली अवश्य बनानी चाहिए। इससे घर में माता लक्ष्मी का आगमन होता है। यदि आप घर में किसी भी तरह की रंगोली नहीं बनाती हैं तो आपको लक्ष्मी पूजन का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
आप भले ही छोटी रंगोली बनाएं, लेकिन घर को रंगोली से सजाना जरूरी माना जाता है। इस दिन हमारे घरों को दीयों से रोशन करने के साथ सुंदर रंगोली बनाना और हमारे घर की सफाई करना घर में माता लक्ष्मी का स्वागत करने के तरीका माना जाता है।

यदि आप दिवाली पूजन के दौरान माता लक्ष्मी और गणपति की मूर्तियां गलत दिशा में रखती हैं तो ये भी आपके लिए शुभ नहीं होता है। हमेशा ध्यान रखें कि गणपति के दाहिने हिस्से की तरफ माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें और लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति स्थापित करें जिसमें वो कमल पर विराजमान हों और आशीर्वाद की मुद्रा में हों।
बहुत से लोग दिवाली पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन गलत दिशा में रखी गई मूर्तियों की पूजा से पूर्ण फल नहीं मिलता है।
इसे जरूर पढ़ें: Diwali 2023 Vastu Tips: दिवाली के दिन अपनाएं ये वास्तु टिप्स, घर में नहीं होगी धन की कमी

यदि आप दिवाली में पूजा की चौकी की स्थापना करती हैं तो आपको ध्यान देना चाहिए कि आप लोहे या स्टील की चौकी के स्थान पर लकड़ी की चौकी का इस्तेमाल करें। अक्सर लोग माता लक्ष्मी की मूर्ति किसी स्टील की चौकी पर रख देते हैं, ऐसा करना गलत माना जाता है और इससे आपकी समृद्धि कम हो सकती है।
इसके साथ ही आपको यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि आप चौकी पर कुछ विशेष रंग के कपड़े ही बिछाएं जिसमें लाल और पीला प्रमुख हैं। भूलकर भी काला या नीला रंग चौकी के कपड़े के लिए इस्तेमाल न करें। कभी भी मूर्तियों को चौकी पर अस्त-व्यस्त न रखें। चौकी के नीचे आप फूलों की पंखुड़ियां डालें और कुछ अक्षत डालकर उसके ऊपर मूर्तियों की स्थापना करें।

दिवाली पूजा के दौरान आपको ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी गलत पूजन सामग्री का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से आपके घर में समस्याएं आ सकती हैं और पूजा सफल भी नहीं मानी जाती है।
कभी भी किसी टूटी वस्तु जैसे टूटे बर्तनों या टूटी हुई मूर्तियों का इस्तेमाल दिवाली की पूजा में नहीं करना चाहिए। पूजा के समय आप कलश भी रख सकते हैं। कलश में आम के पत्ते रखना न भूलें और इसमें कलावा अवश्य लपेटें। यदि कलश रख रही हैं तो नारियल का मुंह सामने की तरफ होना चाहिए। कलश में एक सिक्का जरूर रखें।
कभी भी आपको दिवाली पूजन के तुरंत बाद चौकी को न हटाएं। बहुत से लोगों की आदत होती है कि वो दिवाली की सभी रस्में पूरी करने के बाद मंदिर या पूजा क्षेत्र की तुरंत सफाई करते हैं, लेकिन आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि कभी भी आपको पूजा के तुरंत बाद उस स्थान की सफाई नहीं करनी चाहिए।
मान्यता है कि पूजा के समय आपके घर में माता लक्ष्मी का आगमन होता है और उनका आशीर्वाद मिलता है। यदि आप तुरंत ही उस स्थान की सफाई कर देती हैं तो इसके नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
यदि आप दिवाली में पूजन के रूप में यहां बताई कुछ गलतियों से बचती हैं तो आपके घर में सदैव समृद्धि बनी रहती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images: Freepik.com
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।