
30 अक्टूबर 2025 का पंचांग कई मायनों में खास है क्योंकि यह दिन गुरुवार है और कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि सुबह 10:06 बजे तक रहेगी जिसके कारण गोपाष्टमी का पर्व इसी दिन मनाया जाएगा। गोपाष्टमी के दिन गौ माता की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन श्रवण नक्षत्र शाम 06:33 बजे तक रहेगा, चन्द्रमा मकर राशि में संचार करेगा और शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त और अमृत काल जैसे विशेष मुहूर्त भी मौजूद रहेंगे। हालांकि राहुकाल दोपहर 01:27 बजे से 02:50 बजे तक रहेगा जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं। ऐसे में आइये जानते हैं एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी से आज का पंचांग।
| तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण | 
| कार्तिक शुक्ल अष्टमी (सुबह 10:06 बजे तक)/नवमी | श्रवण | गुरुवार | शूल | बव | 

| प्रहर | समय | 
| सूर्योदय | प्रातः 06:31 बजे | 
| सूर्यास्त | सायं 05:37 बजे | 
| चंद्रोदय | दोपहर 01:41 बजे | 
| चंद्रास्त | रात्रि 12:41 बजे | 
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय | 
| ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:48 बजे से सुबह 05:40 बजे तक | 
| अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:42 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक | 
| अमृत काल | सुबह 07:56 बजे से सुबह 09:37 बजे तक | 
| विजय मुहूर्त | दोपहर 01:55 बजे से दोपहर 02:40 बजे तक | 
| गोधूलि मुहूर्त | शाम 05:37 बजे से शाम 06:03 बजे तक | 
| निशिता मुहूर्त | रात 11:39 बजे से रात 12:31 बजे तक | 
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय | 
| राहु काल | दोपहर 01:28 बजे से दोपहर 02:51 बजे तक | 
| गुलिक काल | सुबह 09:18 बजे से सुबह 10:41 बजे तक | 
| यमगंड | सुबह 06:31 बजे से सुबह 07:55 बजे तक | 
| वर्ज्यम् | रात 10:36 बजे से रात 12:13 बजे तक | 

30 अक्टूबर 2025 को गोपाष्टमी का महत्वपूर्ण त्योहार मनाया जाएगा। यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को आता है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान कृष्ण ने पहली बार गायों को चराना शुरू किया था और उन्होंने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्रदेव के अहंकार को समाप्त किया था। यह त्योहार मुख्य रूप से मथुरा, वृंदावन और ब्रज के अन्य क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया जाता है, जहां गौ माता और भगवान कृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
गोपाष्टमी के दिन गोवंश की पूजा का विधान है। भक्तगण इस दिन गौ माता और उनके बछड़ों को स्नान कराकर, उनका श्रृंगार करते हैं, उन्हें तिलक लगाते हैं और हरे चारे के साथ विशेष भोजन कराते हैं। गायों की परिक्रमा करना और उनकी पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन रवि और शिववास योग का शुभ संयोग भी बन रहा है, जिसे पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों के लिए बहुत ही मंगलकारी माना जाता है, जिससे इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
30 अक्टूबर 2025 को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है, जिसे मासिक दुर्गाष्टमी और गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाएगा। साथ ही यह दिन गुरुवार भी है। इन तीनों के शुभ संयोग से किए गए उपाय विशेष फलदायी होते हैं। मासिक दुर्गाष्टमी होने के कारण आपको मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए और श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। वहीं, गोपाष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण और गौ माता की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। गौ माता और उनके बछड़ों की सेवा करें या उन्हें हरा चारा खिलाएं, इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और सौभाग्य में वृद्धि होगी।
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति को समर्पित होता है। इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान ध्यान करें, घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। माना जाता है कि ऐसा करने से बिगड़े काम भी बन जाते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। साथ ही, इस दिन केले के पेड़ की पूजा करना और उसमें जल चढ़ाना भी शुभ होता है। ध्यान रखें कि इस दिन सिर धोना, बाल कटवाना या दाढ़ी बनवाना बृहस्पति के शुभ प्रभाव को कमजोर करता है, इसलिए इन कार्यों से बचें।
इसे भी पढ़ें-
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।