25 सितंबर 2025 को अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। असल में इस साल शर्द्देय नवरात्रि के दौरान तृतीया तिथि दो दिन पड़ रही है। यानि कि आज के दिन भी मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी। पंचांग के अनुसार, आज के दिन मूल नक्षत्र और प्रीति योग रहेगा जिसे ज्योतिष में बहुत शुभ माना जाता है। यह योग शुभ कार्यों, प्रेम संबंधों और मित्रता के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इसके अलावा, एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी ने हमें बताया कि आज के दिन सूर्योदय से लेकर अगले दिन सूर्योदय तक अभिजित मुहूर्त और विजय मुहूर्त जैसे शुभ मुहूर्त भी रहेंगे जो किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए उत्तम हैं।
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
अश्विन शुक्ल तृतीया | मूल | गुरुवार | प्रीति | तैतिल/गर |
प्रहर | समय |
सूर्योदय | सुबह 06:13 बजे |
सूर्यास्त | शाम 06:16 बजे |
चंद्रोदय | सुबह 08:34 बजे |
चंद्रास्त | शाम 08:02 बजे |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:37 बजे से सुबह 05:25 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:47 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक |
अमृत काल | शाम 04:36 बजे से शाम 06:05 बजे तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02:11 बजे से दोपहर 02:59 बजे तक |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | दोपहर 01:43 बजे से दोपहर 03:14 बजे तक |
गुलिक काल | सुबह 09:15 बजे से सुबह 10:46 बजे तक |
यमगंड | सुबह 06:13 बजे से सुबह 07:44 बजे तक |
25 सितंबर 2025 को शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन है। इस दिन भक्त मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा करते हैं। मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं और उन्हें मानसिक शांति मिलती है। इस दिन व्रत रखने वाले लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं, मां चंद्रघंटा की मूर्ति स्थापित करते हैं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। इसके अलावा, मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जाता है।
यह दिन आध्यात्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि मां चंद्रघंटा को वीरता, साहस और शक्ति की देवी माना जाता है। उनकी उपासना से व्यक्ति में आत्म-विश्वास बढ़ता है। इस दिन भक्त दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं और देवी को प्रसाद के रूप में खीर या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाते हैं। यह दिन नवरात्रि के नौ दिनों की आध्यात्मिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो भक्तों को देवी शक्ति से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।
25 सितंबर 2025 को शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन है। इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए आप कुछ सरल उपाय कर सकते हैं। सुबह स्नान के बाद, मां चंद्रघंटा की मूर्ति या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं। उन्हें सफेद या पीले रंग के फूल अर्पित करें। इसके अलावा, आप उन्हें दूध से बनी मिठाई या खीर का भोग लगा सकते हैं। पूजा के दौरान 'ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा माना जाता है कि इन उपायों से आपके मन से डर दूर होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।
ज्योतिष के अनुसार, 25 सितंबर को गुरुवार है, जो भगवान विष्णु और बृहस्पति देव का दिन है। इस दिन बृहस्पति देव को मजबूत करने के लिए पीले रंग के वस्त्र पहनें। केले के पेड़ की पूजा करें और जल अर्पित करें। साथ ही, केसर या हल्दी का तिलक लगाएं। राहुकाल में कोई भी नया या शुभ कार्य शुरू न करें, क्योंकि यह अशुभ समय होता है। इन छोटे-छोटे उपायों से आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी और सभी कार्य सफल होंगे।
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