
17 नवंबर 2025 का दिन जो कि सोमवार है शिव भक्तों के लिए विशेष है क्योंकि इस दिन मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है जिस पर मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और रात के समय उनकी पूजा और अभिषेक करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और कष्ट दूर होते हैं। ज्योतिषीय दृष्टि से इस दिन सुबह तक हस्त नक्षत्र रहेगा जिसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरू होगा। हस्त नक्षत्र जहां शुभ कार्यों और खरीदारी के लिए अच्छा माना जाता है, वहीं चित्रा नक्षत्र भी कला और रचनात्मक कार्यों के लिए शुभ होता है। हालांकि, किसी भी नए और महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले आपको सुबह 7:24 बजे से 8:44 बजे तक रहने वाले राहुकाल से बचना चाहिए। ऐसे में आइये जानते हैं एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी से आज का पंचांग।
| तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
| मार्गशीर्ष कृष्ण त्रयोदशी | चित्रा | सोमवार | प्रीति | गर |

| प्रहर | समय |
| सूर्योदय | सुबह 06:44 बजे |
| सूर्यास्त | शाम 05:26 बजे |
| चंद्रोदय | सुबह 04:56 बजे |
| चंद्रास्त | दोपहर 03:31 बजे (अगले दिन) |
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
| ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:59 बजे से सुबह 05:52 बजे तक |
| अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 11:45 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक |
| अमृत काल | 02:29 PM से 04:12 PM |
| विजय मुहूर्त | दोपहर 01:53 बजे से दोपहर 02:36 बजे तक |
| गोधूलि मुहूर्त | शाम 05:26 बजे से शाम 05:53 बजे तक |
| प्रदोष काल | शाम 05:27 बजे से रात 08:06 बजे तक |
| निशिता काल | रात 11:40 बजे से देर रात 12:33 बजे तक |
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
| राहु काल | सुबह 08:05 बजे से सुबह 09:25 बजे तक |
| गुलिक काल | दोपहर 01:25 बजे से दोपहर 02:44 बजे तक |
| यमगंड | सुबह 10:46 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक |

17 नवंबर 2025 सोमवार के दिन दो प्रमुख धार्मिक उत्सव मनाए जाएंगे। सबसे महत्वपूर्ण है सोम प्रदोष व्रत जो भगवान शिव को समर्पित होता है और सोमवार के दिन पड़ने के कारण इसे सोम प्रदोष कहा जाता है। इस दिन शाम के समय शिव जी की पूजा करने से भक्तों को लंबी आयु, उत्तम स्वास्थ्य और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, इस दिन मासिक शिवरात्रि भी मनाई जाती है क्योंकि यह मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है जिसमें रात के समय (निशिता काल) भगवान शिव की विशेष पूजा और रुद्राभिषेक किया जाता है जिससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
17 नवंबर 2025 को सोम प्रदोष व्रत होने के कारण भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष उपाय कर सकते हैं। इस दिन शाम के समय शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करें और साथ ही बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं। अगर संभव हो तो एक माला महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इसके अलावा, सोमवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान करना बहुत शुभ माना जाता है जिससे चंद्रमा मजबूत होता है और आपके मन को शांति मिलती है। यह उपाय आपके जीवन में सुख, समृद्धि और अच्छी सेहत लाता है।
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