15 अगस्त 2025 को शुक्रवार है। इस दिन पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। ऐसे में लोग घुमने का प्लान भी बनाते नजर आएंगे। लेकिन ऐसे में जरूरी है कि आप ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के बताए गए चौघड़िया मुहूर्त दिन और रात दोनों के बारे में जरूर जानें और प्रत्येक चौघड़िया का महत्व जानें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्थान के अनुसार समय में थोड़ा अंतर हो सकता है, इसलिए यहाँ दिए गए समय सामान्य दिल्ली (भारत) के लिए हैं।
दिन का चौघड़िया (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)
- चर (शुभ): सुबह 05:50 बजे से 07:29 बजे तक चर चौघड़िया को यात्रा, गतिशील कार्यों, और उन कामों के लिए अच्छा माना जाता है इसलिए आप इस समय किसी भी पर्सनल कार्यों के लिए यात्रा कर सकते हैं।
- लाभ (शुभ): सुबह 07:29 बजे से 09:08 बजे तक इस चौघड़िया में धन लाभ, व्यावसायिक सफलता और शिक्षा से जुड़े कार्य आप कर सकते हैं। साथ ही, नए व्यवासाय की शुरूआत कर सकते हैं।
- अमृत (सर्वोत्तम शुभ): सुबह 09:08 बजे से 10:47 बजे तक है। इस दौरान किए गए सभी कार्य शुभ फल देते हैं और लंबे समय तक चलते हैं। यह लगभग सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अच्छा है।
- काल (अशुभ): सुबह 10:47 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक है। इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। यह वाद-विवाद, झगड़े और नुकसान का कारक होता है।
- शुभ (शुभ): दोपहर 12:25 बजे से 02:04 बजे तक है। इसमें धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए बहुत अच्छा होता है। यह विवाह, पूजा-पाठ और शिक्षा से जुड़े कार्यों के लिए शुभ फलदायी होता है।
- चर (शुभ): शाम 05:22 बजे से 07:00 बजे तक है। इस दिन का अंतिम चर चौघड़िया भी यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए शुभ होता है।

रात का चौघड़िया (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)
- रोग (अशुभ): शाम 07:00 बजे से 08:22 बजे तक है। रात्रि का रोग चौघड़िया भी दिन के रोग चौघड़िया की तरह अशुभ है। इसलिए इस समय कोई अच्छा कार्य न करें।
- काल (अशुभ): शाम 08:22 बजे से 09:43 बजे तक ही है। इसमें किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
- लाभ (शुभ): रात 09:43 बजे से 11:04 बजे तक है। इसमें धन लाभ और व्यापारिक कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है, भले ही यह रात में हो।
- उद्वेग (अशुभ): रात 11:04 बजे से अगले दिन 12:26 बजे तक ही है। यह भी अशुभ चौघड़िया है, जिसमें चिंता और परेशानी हो सकती है।
- शुभ (शुभ): रात 12:26 बजे से अगले दिन 01:47 बजे तक है। यह शुभ चौघड़िया धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए अच्छा होता है। जन्माष्टमी का पूजन मुहूर्त (16 अगस्त को रात 12:04 से 12:47 तक) इसी चौघड़िया के अंतर्गत आएगा।
- रोग (अशुभ): सुबह 04:30 बजे से अगले दिन 05:51 बजे तक है। यह अंतिम रोग चौघड़िया भी अशुभ होता है।

यह चौघड़िया मुहूर्त आपको शुभ कार्यों के लिए सही समय की जानकारी देगा। इसलिए आपको इनका ध्यान रखना जरूरी है, ताकि आपके जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी न आए।
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Image Credit- Freepik
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