टेलीफोन हमारे बीच आज से नहीं, बल्कि कई दशकों से है। आज भले ही हम स्मार्टफोन पर एक टच से सेकेंड्स में अपने फ्रेंड्स और फैमिली से कनेक्ट कर लेते हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब फोन कॉल्स एक-दो दिन पहले बुक करनी पड़ती थीं। तब से लेकर आज तक, तकनीक ने सौ गुना तेजी से विकास किया है, लेकिन इन सब के बीच एक चीज कॉमन रही है और वह है हैलो शब्द। जी हां, किसी को फोन करने या कॉल रिसीव करने के बाद ज्यादातर लोगों के मुंह से हैलो शब्द ही निकलता है।
हैलो शब्द हमारी बोलचाल का ऐसा हिस्सा बन गया है जिसके बिना शायद ही कोई दिन गुजरता होगा। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों इस शब्द का इस्तेमाल फोन पर किसी भी बातचीत को शुरू करने से पहले किया जाता है? क्या इसके पीछे कोई खास वजह है या यूं ही इस शब्द का इस्तेमाल कर लिया जाता है? अगर आपके मन में इस तरह के सवाल आते हैं तो यहां हम बता दें कि फोन पर हैलो शब्द का इस्तेमाल करने के पीछे क्या कहानी है, इस बारे में यहां बताने जा रहे हैं।
टेलीफोन पर हैलो शब्द का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, इसका पूरा कनेक्शन ग्राहम बेल और उनकी गर्लफ्रेंड से रहा है। ऐसा कहा जाता है कि टेलीफोन का आविष्कार करने वाले वैज्ञानिक ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का नाम मारग्रेट हैलो था। जिन्हें ग्राहम बेल, हैलो कहकर बुलाते थे।
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टेलीफोन पर हैलो शब्द के इस्तेमाल को लेकर दो तरह की कहानियां सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं। जिसमें से एक तो आपने शायद सुनी भी होगी कि टेलीफोन पर हैलो शब्द का इस्तेमाल ग्राहम बेल और उनकी गर्लफ्रेंड से रहा है। ऐसा दशकों से कहा जाता रहा है कि जब ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार किया तो उन्होंने टेस्ट करने के दौरान लाइन के एक तरफ अपनी गर्लफ्रेंड को सुनने के लिए बैठाया था और दूसरी तरफ वह खुद बैठे। तब उन्होंने सबसे पहला शब्द अपनी गर्लफ्रेंड का नाम यानी हैलो कहा था। इसी के बाद से हैलो शब्द का टेलीफोन पर सबसे पहले किया जाने लगा। हालांकि, इस कहानी को ज्यादातर लोग गलत मानते हैं।
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अब शायद आपके मन में सवाल आ सकता है कि आखिर फिर एल्कजेंडर ग्राहम बेल ने फोन पर क्या कहा था। पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, ऐसा कहा जाता है कि जब टेलीफोन का आविष्कार हुआ था तब कोई शब्द कहा ही नहीं गया था। क्योंकि, कोई फोन रिंग नहीं हुआ था।
ऐसा माना जाता है कि हैलो शब्द से पहले लोग टेलीफोन पर Are you there बोलते थे। जिससे उन्हें पता लग सके कि सामने वाले तक उनकी आवाज पहुंच रही है या नहीं। हालांकि, हैलो शब्द को लेकर एक ऐसी भी कहानी प्रचलित है कि टेलीफोन पर इसे थॉमस एडिसन ने इंट्रोड्यूस किया था। वहीं, जानकारी के मुताबिक ग्राहम बेल ने टेलीफोन पर स्वागत करने के लिए अहोय शब्द का इस्तेमाल किया था। ग्राहम बेल इस शब्द से इतना प्रभावित थे कि उन्होंने अहोय का इस्तेमाल अपनी पूरी जिंदगी किया था।
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ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के मुताबिक, पुरानी जर्मन या फ्रांसिसी शब्द Hola से बना है। होला का मतलब 'कैसे हो' होता है। हालांकि, हैलो शब्द का इस्तेमाल अब सिर्फ टेलीफोन पर ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत यानी आमने-सामने मिलने पर भी किया जाता है।
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