herzindagi
red light area scene in sanjay leela bhansali films

आखिर क्यों संजय लीला भंसाली की ज्यादातर फिल्मों में नजर आता है रेड लाइट एरिया

बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म में क्यों वैश्यों और रेड लाइट एरिया का सीन होता हैं इसके बारे में खुद उन्होने एक इंटरव्यू के दौरान बताया है।
Editorial
Updated:- 2024-05-07, 22:02 IST

बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली जिनकी फिल्म के सेट से अंदाजा लगाया जाता है कि उनकी फिल्म कितनी बड़ी हिट होगी। दरअसल, संजय लीला भंसाली के सभी फिल्मों के सेट बेहद ही खूबसूरत होते हैं साथ ही वो हर फिल्म के सीन को बेहद खूबसूरती से परदे पर दिखाते हैं। वहीं इन सबके बीच डायरेक्टर के फिल्मों में रेड लाइट एरिया वाला सीन जरुर होता हैं और इस सीन को डायरेक्टर बेहद ही खूबसूरती से पेश करते हैं। वहीं इस आर्टिकल में हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों डायरेक्टर संजय लीला भंसाली  के ज्यादातर फिल्मों में रेड लाइट एरिया और वैश्यों का सीन होता है। 

इन फिल्मों में था वैश्यों का सीन 

दरअसल, संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास, बाजीराव मस्तानी, गंगूबाई काठियावाड़ी साथ ही हाल में रिलीज़ हुई हीरामंडी में रेड लाइट एरिया वाला सीन दिखाया होगा और इसमें कई साड़ी वैश्यों भी नजर आई है। 

devdas movie seen

फिल्म देवदास में एक वैश्य की ज़िन्दगी से जुड़े कई चीजों को बंसाली ने परदे पर पेश किया। इस फिल्म वैश्य का किरदार माधुरी दीक्षित ने निभाया था और ये किरदार सभी लोगों को पसंद आया। वहीं फिल्म बाजीराव मस्तानी में भी एक कोठे का सीन नजर आया था। वहीं गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म में भी वैश्यों के लड़ाई को दिखाया गया था। 

इसे भी पढ़ें : भंसाली की फिल्म नहीं जानिए पाकिस्तान में मौजूद असली हीरा मंडी के बारे में

gangu ba movie

भंसाली का प्रोजेक्ट हीरामंडी- द डायमंड बाजार में भी वैश्याओं के किरदार  दिखाया गया है और ये वेब सीरीज  लाहौर के हीरामंडी इलाके पर बेस्ड है। वहीं भंसाली की ज्यादातर फिल्मों में रेड लाइट एरिया और वैश्यों का सीन क्यों ज्यादा नजर आता है इस बात का खुलासा खुद संजय लीला भंसाली ने किया है। 

इस वजह से हर फिल्म में होता है वैश्यों का सीन 

hera mandi web series

भंसाली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह मुंबई के रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा की पास में एक चॉल थी और इस चॉल में वो पले-बढ़े हैं। वहीं इस चॉल में रहने के दौरान उन्होने  वैश्यों के जीवन को काफी करीब से देखा है। 

भंसाली ने ये भी बताया कि कैसे थोड़े से पैसे के लिए वैश्य खुद को बेच देती थी और ये बचपन में उनके सामने हुआ और सभी चीजें उनके दिमाग में बस गयी हैं। वहीं उन्होंने आगे कहा कि स्कूल जाने के दौरान इन वैश्यों के चेहरे पर उन्हें कई सारे दुःख नजर आते थे जो वो मेकअप की मदद से छुपा लेती थी और इन सभी चीजों से वो काफी प्रभावित हुए थे। 

इसे भी पढ़ें : Heeramandi Reaction and Review: नेटफ्लिक्स पर संजय लीला भंसाली की 'हीरामंडी' हुई रिलीज, देखें सोशल मीडिया रिएक्शन

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें

Image Credit : Social media

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।