मोटापा आज हर महिला की सबसे बड़ी परेशानी है। जिसकी वजह से कई बार उनकी रातों की नींद तक हराम हो जाती है। कई बार डाईटिंग से लेकर एक्सरसाइज तक आपको सही रिजल्ट नहीं देती। Fat lose शब्द आपके लिए
एक ऐसा पहाड़ बन चुका है जिसे आप कभी पार ही नहीं कर पातीं। एक्सपर्ट की मानें तो कई बार आपकी डाईटिंग प्लान में ही कहीं न कहीं कमी होती है। जिसे बिना ठीक किये आप लाख उपाय कर लें आपका मोटापा कम नहीं हो
सकता। Ketogenic diet fat killer मानी जाती है जिसे फॉलो करके आप भी अपना मोटापा बस कुछ ही दिनों मे कम कर सकतीं हैं।
कैसे काम करती है ketogenic diet?
आप जैसे ही अपनी डाईट में कार्बोहाईड्रेट की मात्रा को 10-20% कर देतीं हैं वैसे ही आपके ब्लड में ग्लूकोज यानि शुगर की मात्रा कम होना शुरु हो जाती है। इसके बाद आपकी बॉडी को बाहर से कम कार्बोहाईड्र मिलता है। जैसे-जैसे आपकी बॉडी मे कार्बोहाईड्रेट की मात्रा कम होती जाती है वैसे आपकी बॉडी का ग्लूकोज लेवल भी घटता चला जाता है। इस प्रक्रिया के बाद आपकी body के पास एनर्जी के लिए फैट बचता है। जो आपकी बॉडी मे पहले से ही भारी मात्रा मे इक्कट्ठा रहता है। ग्लूकोज ना मिलने की स्थिति मे आपकी बॉडी कीटोन्स को रिलीज करना शुरु कर देती है। इसके बाद ये कीटोन्स फैट को एनर्जी के रुप मे burn करना शुरु कर देती है। और धीरे-धीरे आपकी बॉडी पूरी तरह से फैट पर स्विच कर जाती है।
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क्या है Ketogenic डाईट?
इस डाईट प्लान मे कार्बोहाईड्रेट की मात्रा को बिलकुल कम कर दिया जाता है और फैट की मात्रा को बढ़ा दिया जाता है। इस डाईट के तहत आपका रोजाना का कैलोरी intake 70% फैट से होता है। जिसका मतलब ये हुआ कि आप अपने food मे कार्बोहाईड्रेट को skip कर देतीं हैं। इन्हीं 70% कैलोरीज को आपकी बॉडी रोजाना के काम को करने के लिए एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करती है। Ketogenic diet मे आपका जितना भी fat intake होना चाहिए वो good fat सोर्सेज से होना चाहिए। क्यूंकि गुड फैट आपके ब्लड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाता नहीं है। इसके अलवा कार्बोहाईड्रेट में आपको ज्यादातर हरी सब्जियां खानी पड़तीं हैं जिनमें ज्यादातर कॉम्पलेक्स कार्बोहाईड्रेट होता है जो आपकी बॉडी मे insulin लेवल को नहीं बढ़ाता है। वहीं अगर आप फास्ट अब्सोर्बिंग कार्बोहाईड्रेट खाने में लेतीं हैं तो वो आपकी body मे इंसुलिन लेवल का बढ़ाता है। इन कार्बोहाईड्रेट मे glucose की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ये सीधे हमारे खून मे मिलकर इंसुलिन लेवल बूस्ट कर देते हैं।
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कितने दिन मे दिखाती है असर?
Ketogenic डाईट को असर दिखाने मे कम से कम 15 दिन से ज्यादा का समय लगता है। क्योंकि इससे पहले आपकी बॉडी कार्बोहाईड्रेट को एनर्जी के रुप मे इस्तेमाल करती थी यानिकी उसे फैट पर लाने मे आपकी बॉडी से कार्बोहाइड्रेट को replace करने मे इतना समय लग जायेगा। शुरुवाती दिनों में आपकी बॉडी पहले से जमा किया गया कार्बोहाईड्रेट को burn करती है और जब उसे खाने में कार्बोहाईड्रेट कम मिलता है तो वो फैट को burn
करना शुरु कर देती है। आपकी बॉडी में मौजूद फैट कीटोसिस को छोड़ते हैं उसके बाद इन्ही कीटोसिस से कीटोन्स निकलतें हैं जो बॉडी को एनर्जी देते हैं। जैसे ये ही प्रोसेस शुरु होता है आपकी बॉडी मे से फैट लेवल कम होने लगता है। और आपका fat lose होना शुरु हो जाता है।
Credits
Producer: Rohit Chavan
Editor: Anand Sarpate