Mysterious Shiva Temples: इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन के लिए पवित्र महीने में शिव भक्त पवित्र और प्राचीन शिव मंदिरों में पूजा-पाठ के साथ-साथ गंगा जल भी अर्पित करते हैं।
भारत में करोड़ों शिव मंदिर मौजूद हैं जो किसी न किसी चमत्कार के प्रसिद्ध माना जाता है। कई चमत्कारी शिव मंदिर में हजारों किलोमीटर की दूरी से चलकर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। वैसे महाकाल, केदारनाथ आदि फेमस शिव मंदिरों के बारे में आप जानते ही होंगे।
इस आर्टिकल में हम आपको भारत में मौजूद कुछ रहस्यमयी शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में बोला जाता है कि दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं।
बिजली महादेव मंदिर की रहस्यमयी कहानी (Bijli Mahadev Temple)
हिमाचल प्रदेश के मनाली से लगभग 60 और कुल्लू से लगभग 30 किमी की दूरी पर मौजूद बिजली महादेव एक चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर माना जाता है।
समुद्र तल से लगभग 2 हजार से भी अधिक मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि हर 12 साल बाद मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरती है, जिससे शिवलिंग टूट कर बिखर जाता है और पुजारी जोड़कर फिर से पूजा-पाठ करने लगते हैं। कहा जाता है कि जो भी यहां सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
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ऐरावतेश्वर मंदिर की रहस्यमयी कहानी (Airavatesvara Temple)
वैसे तो दक्षिण भारत में एक से एक पवित्र और मंदिर मौजूद है, लेकिन किसी रहस्यमयी शिव मंदिर की बात होती है, तो सबसे पहले ऐरावतेश्वर मंदिर का नाम जरूर शामिल रहता है।
भगवान शिव को समर्पित ऐरावतेश्वर शिव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर की सीढ़ियाँ बेहद ही खास हैं। सीढ़ियों को लेकर मान्यता है कि इन पर कदम रखते ही मधुर संगीत की ध्वनि निकलने लगती है। हालांकि, इसका कारण आज तक किसी को पता नहीं चला है, इसलिए इस मंदिर को रहस्यमयी मंदिर भी माना जाता है।(शिव मंदिर में पत्थरों को थपथपाने पर आती है डमरू की आवाज)
कैलाश मन्दिर की रहस्यमयी कहानी (Kailasa Temple)
महाराष्ट्र के एलोरा की गुफाओं में मौजूद कैलाश मन्दिर भारत का चमत्कारी मंदिर के साथ-साथ एक रहस्यमयी मंदिर के रूप में भी फेमस है। कहा जाता है कि भारत एक ऐसा मंदिर है जिसे एक विशाल पत्थर को काटकर तराशा गया है। यह पत्थर पर बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी आकृति भी मानी जाती है।
इस मंदिर की सबसे बड़ी रहस्यमयी कहानी यह है कि बिना टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के बिना इतना विशाल और सुंदर मंदिर कैसा निर्माण किया गया। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं उनकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। आपको बता दें कि यह पवित्र और फेमस मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर में भी शामिल है।
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निष्कलंक महादेव मंदिर की रहस्यमयी कहानी (Nishkalank Mahadev)
अरब सागर के तट पर मौजूद निष्कलंक महादेव मंदिर एक फेमस मंदिर होने के साथ-साथ एक रहस्यमयी मंदिर भी है। यह मंदिर गुजरात के भावनगर में कोलियाक तट पर मौजूद है।(महाराष्ट्र की धार्मिक यात्रा)
इस पवित्र मंदिर में 5 शिवलिंग मौजूद हैं, जिन्हें स्वयंभु माना जाता है। कहा जाता है कि ये शिवलिंग खुद प्रकट हुए थे। अबर सागर के समीप होने के चलते जब समुद्र में ज्वार उठता है है तो शिवलिंग पानी से ढक जाता है। इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से भी जुडा हुआ है। कहा जाता है कि इस स्थान पर पांडवों ने कई वर्षो तक तप किया था।
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