
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोगों को बिना किसी खास वजह के उदासी, बेचैनी और तनाव महसूस होता है। कई बार यह हमारे आसपास मौजूद नकारात्मक ऊर्जा के कारण होता है जिसे वास्तु शास्त्र में 'वास्तु दोष' कहा जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे घर की बनावट, वस्तुओं की दिशा और रंगों का चुनाव सीधे तौर पर हमारी मानसिक शांति और भावनाओं को प्रभावित करता है। इसके अलावा, कई बार बाहर कहीं आते-जाते या फिर सबके साथ होते हुए भी ऐसा लगता है जैसे हम अकेले हैं और बेबस हैं, रोने का मन करता है जबकि कारण कभी-कबार होता है और कभी कोई भी वजह नहीं होती है। अगर आप भी हर समय उदासी महसूस करते हैं तो अपने घर में कुछ आसान वास्तु उपाय अपनाकर इस नकारात्मकता को दूर कर सकते हैं और सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ा सकते हैं। आइये जानते हैं इस बारे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।
अपने घर की दीवारों पर गहरे, नीरस रंगों जैसे भूरा, काला आदि के बजाय हल्के और शांतिपूर्ण रंग जैसे हल्का नीला, हल्का हरा, पीला या क्रीम करवाएं। इन रंगों को सिर्फ घर की दीवार तक सीमित न रखें बल्कि आप खुद भी ऐसे रंगों के कपड़े अधिक पहनें।

शुरुआत में आपको भले ही ऐसा लगेगा कि भला ये भी कोई तरीका हुआ उदासी दूर करने का, लेकिन यकीन मानिए आपको खुद धीरे-धीरे महसूस होने लगेगा कि इसं चीजों का शुभ प्रभाव आप पर पड़ रहा है और आप सकारात्मकता की ओर बढ़ रह हैं।
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अपने घर के दरवाजे और खिड़कियां नियमित रूप से खोलें ताकि ताजी हवा और प्राकृतिक रोशनी अंदर आ सके। सूर्य की रोशनी सकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है और अंधेरा उदासी को बढ़ाता है एवं ज्यादा नकारात्मकता पैदा करता है।
शाम के समय पूरे घर में सुगंधित धूप या अगरबत्ती जलाएं विशेष रूप से चंदन या लैवेंडर की खुशबू का उपयोग करें। इससे वातावरण शुद्ध होता है और मन को शांति मिलती है। सोते समय हमेशा अपना सिर दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर रखें।
वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा में सिर करके सोने से नींद की समस्याएं और तनाव बढ़ सकता है। अपने बेडरूम में इस बात का ध्यान रखें कि सोते समय आपका प्रतिबिंब शीशे में न दिखे। अगर शीशा ऐसी जगह है तो रात को उसे पर्दे से ढक दें।

बेडरूम में आमने-सामने दो शीशे लगाना भी तनाव को बढ़ाता है। अगर आपके बिस्तर के ठीक ऊपर कोई बीम है तो वहां से बिस्तर हटा लें या बीम को फॉल्स सीलिंग से ढक दें। बीम के नीचे सोना मानसिक दबाव बढ़ाता है।
अपने घर में कहीं भी कचरा, धूल या मकड़ी के जाले न जमने दें। खासकर घर के कोनों में गहराई से सफाई करें। घर की गंदगी मानसिक बोझ और नकारात्मकता को बढ़ाती है। घर में टूटी हुई या दरार आई हुई चीजें तुरंत हटा दें।
ये वस्तुएं नकारात्मकता लाती हैं और रिश्तों में कलह व तनाव पैदा करती हैं। घर के उत्तर-पूर्व कोने को हमेशा साफ, हल्का और खाली रखें। यह दिशा मानसिक स्पष्टता और शांति से जुड़ी है। यहां पर भारी सामान रखने से बचें।
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मानसिक तनाव को कम करने के लिए घर के ईशान कोण में किसी बड़े पात्र में साफ जल रखें या वहां पर एक छोटा सा पानी का फाउंटेन लगाएं। अगर आप उदासी महसूस कर रहे हैं तो इन आसान वास्तु उपायों को जरूर अपनाएं।
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