
Taurus Yearly Horoscope 2026: यह वर्ष प्रैक्टिकल फैसलों, आर्थिक मजबूती और रिश्तों की कसौटी का साल रहेगा। शनि का उत्तरभाद्रपद व रेवती नक्षत्र में गोचर लाभ और नेटवर्क के क्षेत्र में परखे हुए साथियों से फायदा दिलाएगा। गुरु मार्च में मार्गी होकर जून में कर्क और अक्टूबर में सिंह राशि में प्रवेश करेगा, जिससे संचार, यात्रा, शिक्षा और गृह-सुख पर असर पड़ेगा। राहु-केतु के गोचर से भाग्य, विदेश, धर्म, छोटे भाई-बहन और मानसिक संतुलन से जुड़े मोर्चों पर नए अनुभव मिलेंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज से वृषभ जातकों को लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान देना होगा। साल के पहले हिस्से में अधिक काम, भागदौड़ और स्क्रीन टाइम गर्दन, आंख, वजन व शुगर से जुड़ी दिक्कतें बढ़ा सकता है। जून में गुरु के कर्क राशि में गोचर से यात्रा और बाहर का खान-पान बढ़ेगा, इसलिए पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है। अगस्त में गुरु के आश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश के समय एलर्जी या स्किन इश्यू पर नजर रखें। नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन और दिनचर्या से आप स्थिति को अच्छे से संभाल सकते हैं।
कारोबारियों के लिए यह वर्ष नेटवर्क, रेफरल और दोबारा आने वाले क्लाइंट से कमाई बढ़ाने वाला है। शनि का लाभ भाव में होना धीरे-धीरे पर स्थिर प्रगति देगा। मार्च के बाद जब गुरु मार्गी होगा, तब रुके हुए पेमेंट और लंबित कॉन्ट्रैक्ट आगे बढ़ेंगे। जून से कर्क में गुरु का गोचर मार्केटिंग, ऑनलाइन बिज़नेस, कंसल्टेंसी, ट्रैवल, ट्यूशन या मीडिया से जुड़े व्यापार के लिए अच्छा दिखता है। 31 अक्टूबर के बाद घरेलू प्रोडक्ट, इंटीरियर, फूड या रियल एस्टेट जुड़े कामों में नया मोड़ आ सकता है। रिस्क लेते समय लीगल डॉक्युमेंट अवश्य जांचें।
वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार नौकरीपेशा वृषभ जातकों के लिए यह साल जिम्मेदारियों में वृद्धि और धीरे-धीरे स्टेटस सुधारने वाला रहेगा। साल की शुरुआत में टार्गेट प्रेशर अधिक होगा, पर आपके कमिटमेंट को मैनेजमेंट नोटिस करेगा। मार्च के बाद गुरु के मार्गी होते ही सैलरी रिवीजन, रोल अपग्रेड या नई प्रोफाइल की बातचीत तेज हो सकती है। जून से छोटी यात्राएँ, ट्रेनिंग, नई स्किल सीखने के मौके मिलेंगे। 27 जुलाई से शनि वक्री होने पर ऑफिस पॉलिटिक्स से सावधान रहें और डॉक्युमेंटेशन क्लियर रखें। 25 नवम्बर के बाद राहु भाग्य भाव से करियर विदेश या बड़े संगठन में अवसर दिखाएगा।
इसे जरूर पढ़ें- वृषभ वार्षिक राशिफल विस्तार से पढ़ें

वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार धन की स्थिति सामान्य से बेहतर दिखती है, बशर्ते आप अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण रखें। शनि का लाभ भाव में रहना रेगुलर इनकम, कमीशन, इंसेंटिव और पुराने निवेश से स्थिरता देगा। वर्ष के पहले भाग में फैमिली पर, मित्रों पर और सोशल फंक्शन पर ज्यादा खर्च हो सकता है। जून से गुरू के कर्क में आने पर ट्रेवल, गैजेट, वाहन, कोर्स या बच्चों की पढ़ाई पर खर्च बढ़ेगा, पर ये ज्यादातर प्रोडक्टिव रहेंगे। अक्टूबर के बाद प्रॉपर्टी, रेनोवेशन या होम डेकोर पर इन्वेस्टमेंट के योग बनेंगे। लॉन्ग टर्म प्लानिंग के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें।
प्रेम संबंधों के लिए वार्षिक राशिफल 2026 वृषभ जातकों को ईमानदारी और स्पष्टता अपनाने की सलाह देता है। साल की शुरुआत में केतु के मघा नक्षत्र में रहने से इगो क्लैश, फैमिली इंटर्फेयरेंस या पास्ट की यादें रिलेशन को अस्थिर कर सकती हैं। मार्च के बाद प्रेम में संवाद थोड़ा स्मूद होगा। जून से कर्क में गुरु का गोचर छोटी यात्राओं, मैसेजिंग, सोशल मीडिया या दोस्ती के माध्यम से नए रिश्ते की शुरुआत करा सकता है। अक्टूबर के बाद जिन रिलेशन में स्थिरता व सम्मान है, वहाँ सगाई या शादी की चर्चा भी उठ सकती है।
वृषभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार शादीशुदा जीवन में संवाद और समय की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रहेगी। काम और सामाजिक दायित्वों के कारण जीवनसाथी को समय कम मिल सकता है, जिससे शिकायतें बढ़ सकती हैं। जून के बाद घर-परिवार, ससुराल पक्ष और बच्चों को लेकर संयुक्त निर्णय लेने पड़ेंगे।
वृषभ जातकों के पारिवारिक जीवन में जिम्मेदारियाँ बढ़ेंगी, पर साथ ही मान-सम्मान भी मिलेगा। शुरुआती महीनों में परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य या करियर को लेकर चिंता रहेगी। जून के बाद छोटे भाई-बहन, कजिन या पड़ोसियों के साथ संबंध मजबूत होंगे और मिलजुल कर काम करने के अवसर बढ़ेंगे। 31 अक्टूबर के बाद गुरु सिंह में आने पर घर में रेनोवेशन, पूजा-पाठ, किसी शुभ समारोह या सगाई/विवाह योग की संभावना बनेगी। 25 नवम्बर के बाद केतु कर्क में आने पर घर के भीतर भावनात्मक दूरी से बचने के लिए खुला संवाद और स्नेह जरूरी होगा।
इसे जरूर पढ़ें- वृषभ दैनिक राशिफल विस्तार से पढ़ें

हर शुक्रवार लक्ष्मी जी के सामने घी का दीपक जलाकर “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जप करें, और सफेद मिठाई का दान करें।
शनिवार को काले तिल और सरसों का तेल शनि मंदिर में चढ़ाएँ तथा श्रमजीवी लोगों को भोजन कराएँ।
गुरुवार को पीली दाल, केसर या हल्दी दान करें और “ॐ गुरवे नमः” का जप करें।
समय-समय पर नवग्रह शांति पाठ, चंडि/दुर्गा पाठ या हनुमान जी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
रोज सुबह तांबे के पात्र से सूर्य को जल अर्पित कर “ॐ आदित्याय नमः” जपें और हफ्ते में एक दिन किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएँ। बड़े रत्न या विशिष्ट उपाय हमेशा जन्मकुंडली दिखाकर ही करें।
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।