image

मंदिर से वापस आकर तुरंत हाथ-पैर धोने की क्यों होती है मनाही? शास्त्रों में लिखी इस बात के बारे में नहीं जानती होंगी आप

मंदिर में प्रवेश से लेकर बाहर निकलने तक के कई नियम बनाए गए हैं, वहीं पूजा-पाठ के भी कुछ विशेष नियम हैं जिनका पालन जरूरी माना जाता है। ऐसे ही मान्यता है कि आपको कभी भी मंदिर से बाहर निकलने के तुरंत बाद हाथ-पैर नहीं धोने चाहिए। आइए जानें इसके पीछे के ज्योतिष कारणों के बारे में।
Editorial
Updated:- 2025-12-08, 22:47 IST

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि मंदिर से आने के तुरंत बाद कभी भी हाथ पैर नहीं धोने चाहिए, क्योंकि वहां की सकारात्मक ऊर्जा, प्रसाद और पूजा का कंपन व्यक्ति के शरीर पर प्रभाव डालता है, ऐसे में यदि हम मंदिर से तुरंत वापस आने के बाद हाथ-पैर धोते हैं तो मंदिर की यह पावन ऊर्जा तुरंत हट जाती है। मंदिर में होने वाली घंटी, मंत्र और धूप, अगरबत्ती की सुगंध, मन और मनोवृत्ति को शांत करती है। जिसे मंदिर से वापस आने के बाद कुछ समय तक बनाए रखना शुभ माना जाता है। हालांकि यह किसी भी व्यक्ति की आस्था और परंपरा पर ही आधारित है। यदि आप ऐसा करती हैं तो इसकी सकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन में बनी रहती है और इसके जीवन में लाभ दिखाई देते हैं। ऐसा माना जाता है कि मंदिर, गुरुद्वारे या किसी भी पवित्र स्थान से लौटने के बाद तुरंत हाथ-पैर धोना या स्नान करना शास्त्रों के अनुसार उचित नहीं है। वेदों में ऐसा कहा जाता है कि ऐसे स्थानों पर मिलने वाली शुभ ऊर्जा, आशीर्वाद और दिव्य स्पंदनाएं व्यक्ति के साथ कुछ समय तक रहें तो यह अच्छा है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें कि मंदिर से वापस आने के तुरंत बाद आपको हाथ या पैर क्यों नहीं धोने चाहिए।

मंदिर से वापस आते ही हाथ-पैर धोने से शुभ ऊर्जा कम होती है

अगर आप मंदिर से वापस लौटते ही हाथ-पैर धो लेती हैं या स्नान कर लेती हैं, तो ऐसा माना जाता है कि इससे मंदिर की शुभ ऊर्जा कम हो सकती है। शास्त्रों की मानें तो मंदिर से आने के बाद थोड़ी देर शांत बैठकर भगवान का स्मरण करने से दिनभर के लिए शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। यही कारण है कि ज्योतिष एक्सपर्ट भी मंदिर से आने के बाद कुछ समय तक पानी नहीं छूने की सलाह देते हैं।

इसे जरूर पढ़ें: मंदिर से लौटते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, बिगड़ सकती है आर्थिक स्थिति

why should not wash hands before entering temple

देवी-देवताओं की कृपा कम हो सकती है

पुराणों और धर्मग्रंथों में कई स्थानों पर इस बात का उल्लेख मिलता है कि मंदिर से लौटने के बाद थोड़ी देर तक उसी पवित्र भावना में बने रहना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर में पूजा के दौरान भगवान की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है, जो हमारे कर्मक्षेत्र को प्रभावित करती है। अगर कोई व्यक्ति मंदिर से लौटते ही स्नान कर लेता है या हाथ-पैर धो लेता है, तो यह माध्यमिक रूप से भगवान की कृपा को कम करने का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण घर के बड़े बुजुर्ग अक्सर यही कहते हैं कि आपको मंदिर से तुरंत वापस लौटकर पानी से हाथ या पैर नहीं धोने चाहिए और न ही स्नान करना चाहिए।

इसे जरूर पढ़ें: मंदिर से वापस आकर पैर क्यों नहीं धोने चाहिए?

washing hands and feet before entering temple

मंदिर दर्शन से पूर्व हाथ-पैर धोना जरूरी

जिस प्रकार मंदिर से वापस आकर हाथ धोने से मना किया जाता है, ठीक उसी तरह से मंदिर में प्रवेश से पहले हाथ-पैर धोने की सलाह दी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति मंदिर में बिना हाथ-पैर धोए हुए प्रवेश करता है तो उसे पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हाथ-पैर धोने से शरीर की कोई भी अशुद्धि दूर हो सकती है और पूजा का सकारात्मक फल मिल सकता है।

यदि आप भी मंदिर दर्शन के लिए जाती हैं, तो आपको वहां से लौटकर कभी भी हाथ-पैर नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है और आप पुण्य फलों को भी कम कर सकती हैं। 

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Images: Shutterstock.com

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;