शारदीय नवरात्रि का इंतजार लोग इसलिए करते हैं क्योंकि इसमें देशभर में गरबा का आयोजन किया जाता है, लेकिन इसकी असली रौनक गुजरात में दिखाई देती है। वहां पर लोग माता रानी की स्थापना के बाद ही गरबा खेलने लगते हैं। गरबा सिर्फ एक डांस फॉर्म नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक धार्मिक मान्यता भी छिपी है। यही कारण है कि इसे भक्ति से भी जोड़ा जाता है। आइए आर्टिकल में आपको बताते हैं नवरात्रि में गरबा क्यों खास है और उसकी मां दुर्गा के प्रति आस्था से क्या संबंध है।
गरबा डांस करना हम सभी को पसंद होता है। यही कारण है कि इसका आयोजन आज के समय में कई सारी जगह पर होता है। यह माता दुर्गा की शक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह जीवन और ब्रह्मांड के चक्र को दर्शाता है। इसके जरिए लोग मां दुर्गा के प्रति भक्ति और अगाध श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करते हैं। इसलिए लोग नवरात्रि में इसे जरूर करते हैं।
गरबा को लोग एक नृत्य के रुप में देखते हैं। साथ ही इसे मनोरंजन का हिस्सा मानते हैं, लेकिन इसका अर्थ सिर्फ इतना ही नहीं होता है। यह देवी के गर्भ यानी अंदर छिपी हुई शक्ति का आह्वान को दर्शाता है। यही कारण है कि इसके जरिए एकता, उत्सव और भक्ति को बढ़ावा मिलता है और इससे समाज एक साथ आता है। गरबा में एक मिट्टी का मटका मां दुर्गा के सामने रखा जाता है। इसके अंदर एक मिट्टी के दीपक को रखा जाता है। इसके बाद इसके चारों तरफ डांस किया जाता है। इससे मां दुर्गा की ऊर्जा और शक्ति सकारात्मक तरीके से आपके पास पहुंचती है।
ऐसा कहा जाता है कि गरबा डांस की शुरुआत मां दुर्गा की पूजा और उनके सम्मान के लिए हुई थी। इसलिए महिलाएं और पुरुष पारंपरिक पोशाक पहनकर देवी के दरबार में डांस करते हैं। इससे मां दुर्गा के प्रति लोगों की भक्ति, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा और ज्यादा बढ़ जाती है। साथ ही इससे एक अटूट विश्वास पैदा होता है। इसे डांस में लिए जानें वाले गोल घेरे जीवन और ब्रह्मांड के चक्र को दर्शाते इससे सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, जो लोगों के जीवन में प्रभाव डालती है। इसलिए इसे धार्मिक तौर पर शुभ माना जाता है।
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नवरात्रि में गरबा इसलिए खास है क्योंकि यह मां दुर्गा के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह न केवल सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व रखता है, बल्कि आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है। गरबा न केवल उत्सव का आनंद बढ़ाता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, साहस और आस्था का संचार करता है। इसलिए नवरात्रि में गरबा करना हर भक्त के लिए विशेष और सार्थक माना जाता है।
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