हमारी संस्कृति में बड़ों के पैर छूने की प्रथा सदियों से चली आ रही है और हममें से कई लोग इसका पालन भी करते हैं। बल्कि यूं कहा जाए कि इस प्रथा को रस्मों का नाम भी दे दिया जाता है।
हम सभी संस्कार के रूप में अपनी आने वाली पीढ़ियों को यही सिखाते हैं कि हमें हर एक सम्मानजनक व्यक्ति जैसे माता-पिता, गुरु या फिर किसी भी बड़े बुजुर्ग के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
यह हमारे जीवन के लिए लाभकारी है और इसके कई फायदे भी हैं। लेकिन कई बार सवाल यह आता है कि क्या आपको हर एक व्यक्ति के पैर छूने चाहिए और क्या सभी के पैर छूने से आपके शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है या फिर किसी के पैर छूना आपके लिए अशुभ भी हो सकता है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया से जानें इसके बारे में विस्तार से।
आखिर क्यों दिए जाते हैं बड़ों के पैर छूने के संस्कार
हमारे धर्म शास्त्रों में घर के बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेने का विधान है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें जिस व्यक्ति के पैर छुए जाते हैं उसके शरीर की सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश सीधे ही आपके शरीर में होता है और आपको उसका आशीर्वाद भी मिलता है।
पैर अक्सर झुककर छुए जाते हैं जिससे सेहत से जुड़े कई फायदे भी होते हैं। नीचे झुककर पैर छूने से और अंगूठे का स्पर्श करने से उस व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा शरीर में आती है।
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किन लोगों के पैर नहीं छूने चाहिए
भले ही शास्त्रों में पैर छूने को शुभ माना जाता है, लेकिन यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के पैर छूते हैं जो नकारात्मक विचारों से लिप्त होता है तो ये आपके लिए अच्छा नहीं माना जाता है। कई बार किसी गलत विचारों वाले व्यक्ति के पैर छूने से आपके विचार भी गलत दिशा में जा सकते हैं। इसलिए आपको हमेशा पैर छूने से पहले भी विचार कर लेना चाहिए कि सामने वाला व्यक्ति ठीक है या नहीं।
झूठ बोलने वाले व्यक्ति के पैर न छुएं
झूठ को शास्त्रों में सबसे बड़े पाप के समान माना गया है और ऐसा माना जाता है कि झूठ बोलने वाले व्यक्ति का कोई चरित्र नहीं होता है। जो व्यक्ति बात-बात पर झूठ बोलता है और सबको धोखा देता है उसके पैर आपको भूलकर भी नहीं छूने चाहिए। ऐसा करने से आपके संस्कार भी खराब हो सकते हैं और आपका चरित्र भी झूठ बोलने वाले व्यक्ति की ही तरह ही सकता है।
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नकारात्मक शक्तियों से भरपूर लोगों के पैर न छुएं
आपको कभी भी ऐसे लोगों के पैर नहीं छूने चाहिए जो नकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हों या जिनके विचारों में बुराई हो, ऐसा माना जाता है कि इनके पैर छूने से आपके विचार भी नकारात्मक हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि ऐसे व्यक्तियों के पैर छूने से आपके विचारों में परिवर्तन हो सकता है। आपको ऐसे किसी भी व्यक्ति के पैर न छूने की सलाह दी जाती है।
किसके पैर छूना होता है शुभ
- अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के पैर छूते हैं जो विचारों से सकारात्मक हो, तो उसे बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसे लोगों के पैर छूने से आपके विचार भी पवित्र होते हैं।
- माता-पिता के पैर हमेशा छूने की सलाह दी जाती है क्योंकि उनके पैर छूने से आशीर्वाद मिलता है और आपको सफलता मिलती है।
- आपको हमेशा अपने शिक्षक या गुरु के पैर छूने चाहिए, ऐसा करने से उनके विचार आपके भीतर प्रवेश करते हैं और शिक्षा का आशीर्वाद मिलता है।
- अपने से बड़ों के साथ कई बार आप अपने से किसी छोटे लेकिन विद्वान व्यक्ति के पैर भी छू सकती हैं।
झुककर पैर छूना हमेशा से ही आपके लिए शुभ माना जाता रहा है, लेकिन ध्यान रखें कि आपको उसी व्यक्ति के पैर छूने की सलाह दी जाती है जिसके विचार आपसे मेल खाएं और सकारात्मक हों।
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