What happens if we get periods in the temple

क्या पीरियड्स में तीर्थ यात्रा कर सकते हैं? जानें ज्योतिष से

अगर कभी ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो जाए कि तीर्थ यात्रा के दौरान पीरियड्स आ जाएं तो ऐसे में क्या करना चाहिए, ये सवाल अक्सर कई महिलाओं के मन में आता होगा, तो चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से। 
Editorial
Updated:- 2025-04-22, 13:48 IST

अक्सर ऐसा होता है कि जब भी किसी धार्मिक यात्रा या तीर्थ यात्रा के लिए महिलाएं जाती हैं तो पीरियड्स अचानक शुरू हो जाते हैं। अब ऐसे में ये तो संभव नहीं कि तीर्थ यात्रा को अधूरा छोड़ दिया और न ही ये संभव है कि तीर्थ यात्रा पर जाना ही कैंसिल कर दें। ऐसे में क्या करना चाहिए ये सवाल महिलाओं के मन में अवश्य आता होगा। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स हमें बता रहे हैं कि अगर कभी ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो जाए कि तीर्थ यात्रा के दौरान पीरियड्स आ जाएं तो ऐसे में क्या करें।

तीर्थ यात्रा के दौरान पीरियड्स शुरू हो जाने पर क्या करें?

लोक मान्यताओं के अनुसार, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मंदिर नहीं जाना चाहिए, पूजा नहीं करनी चाहिए और किसी भी धार्मिक कार्य में सम्मिलित नहीं होना चाहिए। हालांकि, धार्मिक ग्रथों में ऐसा कुछ भी उल्लेख नहीं मिलता है। यह सिर्फ जन धारणा ही है।

What happens if we go to temple during periods

वहीं, अगर पीरियड्स के दौरान कोई महिला तीर्थ यात्रा पर जा रही होती है या फिर तीर्थ यात्रा के बीच में पीरियड्स शुरू हो जाते हैं तो अक्सर लोग इसे अशुभ मानते हैं जो कि पूरी तरह से गलत है। शास्त्रों में तो मासिक धर्म को सबसे पवित्र प्रक्रिया माना गया है।

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शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि अगर किसी महिला को मासिक धर्म उस समय हो जाए जब वह मंदिर में है या फिर किसी तीर्थ यात्रा पर है तो ऐसे में न तो तीर्थ यात्रा को रोकना चाहिए और न ही भगवन के दर्शनों को बीच में छोड़ना चाहिए। इससे दोष लगता है।

After how many days of periods we can go to temple

असल में शास्त्रों में यह बात कही गई है कि तीर्थ यात्रा अगर संपूर्ण भक्ति भाव और पश्चाताप के साथ की जाए तो इससे किये गए पापों का नाश होता है और पुण्यों में वृद्धि होती है। इसके अलावा, तीर्थ यात्रा करने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति भी होती है।

तीर्थ यात्रा एक माध्यम से भगवान को प्राप्त करने का और ऐसे में अगर सिर्फ मासिक धर्म ही नहीं बल्कि कोई भी परिस्थिति क्यों न जाए सामने तीर्थ यात्रा को छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि उसे जिस भी अवस्था में आप हैं उसी अवस्था में पूरा करना चाहिए।

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शास्त्रों में वर्णित है कि अगर किसी महिला को मासिक धर्म के तीर्थ यात्रा या भगवान के दर्शनों के दौरान आता है तो ऐसे में स्नान करें, मस्तक पर चंदन लगाएं और भगवान के पूरी श्रद्धा से दर्शन करें। बस इतना ख्याल रखें कि पूजा की सामग्री मंदिर में न दें।

What to do when you get periods during pooja

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FAQ
तीर्थ यात्रा शुरू करने से पहले क्या करना चाहिए?
तीर्थ यात्रा शुरू करने से पहले हमेशा भगवान का ध्यान करना चाहिए और अपने मन को नकारात्मक भावों से दूर रखना चाहिए।
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