Sawan Putrada ekadashi  date shubh muhurat and significance

Sawan Putrada Ekadashi 2024 Date: सावन पुत्रदा एकादशी कब है, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

सावन माह की पुत्रदा एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। यह हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
Editorial
Updated:- 2024-08-05, 12:37 IST

हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह की पुत्रदा एकादशी को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। पुत्रदा एकादशी का व्रत साल में दो बार आता है। एक सावन माह में और एक पौष माह में रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है जो दांपत्य सावन पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत रखते हैं,उन्हें संतान की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में इस साल सावन पुत्रदा एकादशी कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और इस व्रत का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। 

सावन पुत्रदा एकादशी कब है?

Jyeshtha Month  start and end date remedies to please lord vishnu 

हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 15 अगस्त को सुबह 10 बजकर 26 मिनट से प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 16 अगस्त को सुबह 9 बजकर 39 मिनट पर होगा। इसलिए उदयातिथि के हिसाब से सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 16 अगस्त शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। 

सावन पुत्रदा एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त कब है? 

अगर आप सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत रख रहे हैं, तो इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में यानी कि 04 बजकर 24 मिनट से लेकर 05 बजकर 08 मिनट के बीच स्नान आदि से निवृत हो जाएं और उसके बाद व्रत और पूजा का संकल्प लें। आप भगवान विष्णु की पूजा सूर्योदय के बाद कर सकते हैं। इस दिन चर-सामान्य मुहूर्त सुबह 05 बजकर 51 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 29 मिनट तक है।

इसे जरूर पढ़ें - Sawan Vinayak Chaturthi 2024 Date: सावन की विनायक चतुर्थी कब है, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 07 बजकर 29 मिनट से लेकर 09 बजकर 08 मिनट तक है। इस दिन अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 09 बजकर 08 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 47 मिनट तक है। इस दिन शुभ-उत्तम मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 04 मिनट तक है।

इसे जरूर पढ़ें - Sawan Vinayak Chaturthi 2024 Upay: सावन की विनायक चतुर्थी पर करें ये उपाय, शिव जी और गणपति दोनों की होगी भरपूर कृपा 

यह विडियो भी देखें

सावन पुत्रदा एकादशी का महत्व क्या है? 

bhagwan vishnu ke chhal

इस व्रत का नाम ही पुत्रदा एकादशी है, इसका अर्थ है पुत्र देने वाली एकादशी। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान प्राप्ति होती है। यह व्रत सभी प्रकार के पापों को नष्ट करने वाला माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।  पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;