on which day we should avoid donating mustard oil

सरसो तेल का दान किस दिन करने से बचना चाहिए? ज्योतिष से जानें

हिंदू धर्म में हर दिन का संबंध अलग-अलग देवी-देवताओं से है और हर दिन क्या दान करना चाहिए और क्या नहीं। यह भी महत्वपूर्ण माना जाता है। अब ऐसे में सरसो तेल का दान किस दिन करने से बचना चाहिए। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-04-17, 11:00 IST

सनातन धर्म में दान-पुण्य करने का विशेष विधान है। ऐसी मान्यता है कि दान करने से व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन में चल रही बाधाओं से भी छुटकारा मिल सकता है। दान पुण्य व्यक्ति को ग्रह-नक्षत्रों के अशुभ प्रभावों से भी बचाती है। आपको बता दें, दान को गृहस्थ जीवन के पंच महायज्ञों में से एक माना जाता है जैसे कि देवयज्ञ, पितृयज्ञ, भूतयज्ञ, मनुष्ययज्ञ और ब्रह्मयज्ञ आदि। मनुष्ययज्ञ में अतिथियों का आदर-सत्कार और जरूरतमंदों को दान देना शामिल है। इसलिए रोजाना व्यक्ति को कुछ न कुछ जरूर दान करना चाहिए। अब ऐसे में सवाल है कि सरसो तेल का दान किस दिन करने से बचना चाहिए। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

हिंदू धर्म में सरसो तेल का दान किस दिन नहीं करना चाहिए?

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आप सोमवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन सरसो तेल का दान करने से बचें। बता दें कि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है और मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का दिन माना जाता है। यह तीनों शीतलता और सुख-समृद्धि का कारक माने जाते हैं और सरसो तेल शनिदेव को अत्यंत प्रिय है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि अगर आप भाग्योदय चाहते हैं तो शनिवार के दिन तेल का दान विशेष रूप से करना चाहिए। यह दिन बेहद भाग्यशाली माना जाता है। लेकिन सोम, मंगल औप बुध वार के दिन सरसो तेल का दान करने से बचें।

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ज्योतिष शास्त्र में सरसो तेल का महत्व

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शनि देव को सरसों का तेल विशेष रूप से प्रिय माना जाता है। मान्यता है कि शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान सरसों के तेल का दान करना या दीपक जलाना कष्टों को कम करने में लाभदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सरसों के तेल में राहु और केतु के बुरे प्रभावों को शांत करने की भी क्षमता होती है। इसलिए राहु-केतु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए तेल का दान अवश्य करें।

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Image Credit- HerZindagi

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