
हिंदू धर्म में किसी भी व्रत त्योहार का विशेष महत्व है और हर एक पर्व को अलग तरीके से मनाया जाता है। इन्हों महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है नवरात्रि का पर्व। यह माता दुर्गा कोई समर्पित पर्व है और इसके नौ दिनों में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि माता दुर्गा की पूजा करने से घर में खुशहाली बनी रहती है और मां सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं। नौ दिनों तक बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाने वाला नवरात्रि का यह पर्व न केवल उपवास, प्रार्थना और पारंपरिक नृत्य का समय होता है, बल्कि इसे कुछ चीजों की खरीदारी करने और नई शुरुआत करने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे ही इस दौरान सोने और चांदी के गहनों की खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस पावन समय अवधि में कुछ कीमती धातुएं खरीदने से धन लाभ, सुख और समृद्धि आती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें कि नवरात्रि के दौरान सोने और चांदी की खरीदारी इतनी महत्वपूर्ण क्यों मानी जाती है और इसके लाभ क्या हैं।
सोने और चांदी को सदियों से न केवल धन के रूप में, बल्कि दिव्य ऊर्जा और पवित्रता के प्रतीक के रूप में भी महत्व दिया जाता रहा है। सोना एक ऐसी धातु है जो सूर्य से जुड़ी होती है और यह शक्ति, बल और ऊर्जा का प्रतीक है।

हिंदू संस्कृति के अनुसार सोने को धन की देवी माता लक्ष्मी से जोड़ा जाता है और ऐसा माना जाता है कि यह घर में समृद्धि लाता है। वहीं चांदी को चंद्रमा से जोड़ा जाता है और यह शांति, स्पष्टता और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक है। यह ज्ञान और बुद्धि की देवी माता सरस्वती से भी जुड़ी हुई धातु मानी जाती है। नवरात्रि के दौरान सोना या चांदी खरीदना सिर्फ एक निवेश नहीं है बल्कि इसका एक धार्मिक महत्व भी है। इसे दिव्य आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा का निमंत्रण माना जाता है।
हिंदू धर्म में कोई भी नया काम शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है और नवरात्रि को भी एक बहुत शुभ अवसर माना जाता है। अत्यंत शुभ समय माना जाता है। इन नौ दिनों में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति ऐसी मानी जाती है कि कोई भी नया कार्य बिना विघ्न के संपन्न होता है। ऐसे में यदि आप सोना या चांदी खरीदती हैं, तो वह न केवल एक भौतिक वस्तु होती है बल्कि उसमें शुभ ऊर्जा भी समाहित होती है। इन धातुओं का सामान खरीदने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और समृद्धि आती है। मुख्य रूप से अष्टमी, नवमी और दशहरा के दिन सोने-चांदी की खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
इसे जरूर पढ़ें: Shardiya Navratri Upay 2025: नवरात्रि की दूसरी रात कमल गट्टे से करें ये एक उपाय, मां ब्रह्मचारिणी का मिलेगा आशीर्वाद

इसे जरूर पढ़ें: Shardiya Navratri 2025: माता दुर्गा के आगमन से गूंज उठा है माहौल, जानें 9 दिन की पूजा विधि, शुभ रंगों समेत इस त्योहार से जुड़ी अन्य बातें
वैसे तो नवरात्रि के सभी नौ दिन शुभ होते हैं, लेकिन यदि आप अष्टमी तिथि के दिन सोना-चांदी खरीदें तो शुभ होगा। वहीं नवमी तिथि जो मां सिद्धिदात्री को समर्पित है उस दिन आप अगर सोने-चांदी की खरीदारी करें तो बहुत शुभ हो सकता है। वहीं सोने और चांदी की खरीदारी अगर आप दशहरा के दिन करती हैं तो आपके घर की आर्थिक समस्याएं दूर हो सकती हैं।
अगर आप नवरात्रि के दौरान सोने और चांदी के गहने या सिक्कों की खरीदारी करती हैं तो आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है।
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Images: freepik. com
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।