नया वर्ष आते ही हम कैलेंडर और पंचांग टटोलने लग जाते हैं कि किसी माह में कौन सा त्यौहार पड़ने वाला है। दरअसल, यह तीज-त्यौहार ही होते हैं, जो हमारे जीवन में कुछ नया और उत्साहपूर्ण बदलाव लाते हैं। साल की शुरुआत यानि जनवरी में ही हर साल बहुत सारे त्यौहार आते हैं। इस बार भी जनवरी का महीना बड़े-छोटे त्यौहारों से पटा हुआ है। इसलिए हम आपको हिंदी पंचांग के अनुसार इस माह कौन से त्यौहार आने वाले हैं उनके बारे में बताएंगे, साथ ही आपको हम इन त्यौहारों को मनाने की तिथि और शुभ मुहूर्त भी बताएंगे।
इसे जरूर पढ़ें: Makar Sankranti Wishes In Hindi: मकर संक्रांति के शुभ मौके पर इन चुनिंदा संदेशों से दीजिए अपनों को बधाई, हो जाएंगे खुश
ऐसा कहा जाता है कि आप एक हजार अश्वमेध हवन करा लें या फिर सफला एकादशी का व्रत रख लें आपको दोनों एक बराबर ही फल मिलेगा। पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को शास्त्रों में सफला एकादशी कहा गया है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के अच्युत की पूजा की जाती है। आपको बाता दें कि यह स्वरूप भगवान श्री कृष्ण ने अपने पुत्रों को सबक सिखाने के लिए धारण किया था। यह भी मान्यता है कि इस दिन जा भी व्रत रखता है, उसे सारे कार्यों में सफलता मिलती है। यदि आप एकादशी का व्रत रखते हैं, तो उस दिन आपको फूल-पत्ती आदि नहीं तोड़नी चाहिए और तुलसी को बिल्कुल भी स्पर्श नहीं करना चाहिए।
यह विडियो भी देखें
पूजा का शुभ मुहूर्त- 7 जनवरी को सुबह 7:15 से प्रारंभ होकर 8 जनवरी को सुबह 9:20 तक रहेगा।
धर्म-कर्म के लिहाज से पौष का महीना बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। ऐसा कहा गया है पौष के महीने की अमावस्या पर यदि आप किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं या फिर किसी तीर्थ स्थान पर माथा टेकने जाते हैं, तो यह बहुत ज्यादा लाभकारी होता है। इस माह में आपको सूर्य की भी पूजा करनी चाहिए। इस वर्ष पौष माह की अमावस्या 10 एवं 11 जनवरी को पड़ रही है। अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए आप इस दिन सूर्य को तर्पण दे सकते हैं। यह कार्य आप अभिजीत मुहूर्त पर दिन में 11:300 से 12:30 के बीच में करें। इसके अलावा आप कालसर्प दोष एवं पितृ दोष को शांत करने के लिए पूर्जा अर्चना कर सकते हैं। इस दिन आपको पीपल के पेड़ की पूजा और परिक्रमा भी करनी चहिए। शास्त्रों में तुलसी पूजा और परिक्रमा के बारे में भी विधि से बताया गया है।
शुभ मुहूर्त- 10 जनवरी को रात 8:13 मिनट में अमावस्या आरंभ होगी और 11 जनवरी को शाम 5:29 मिनट पर यह समाप्त हो जाएगी।
इसे जरूर पढ़ें: जानें पुरुषोत्तम मास में चावल खाना क्यों है वर्जित
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति को बहुत बड़ा पर्व माना गया है और इस दिन को देश के कोने-कोने में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है। वैसे तो यह त्यौहार अधिकांश 14 जनवरी को मनाया जाता है मगर इस बार यह 15 जनवरी को पड़ रहा है। इसलिए दान-पूर्ण किया जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार इस दिन सूर्य देव अपने बेटे शनि के घर जाते हैं। इसलिए इस पर्व को पिता और पुत्र के मिलन के दिन के रूप में मनाया जाता है। हालांकि, मकर संक्रांति नई फसल के कटने और नई ऋतु के आगमन का त्यौहार भी है। इसलिए घर में खिचड़ी जरूर बनती है, इसी का भगवान को भोग लगता है और यही प्रसाद के तौर पर बांटी जाती हैं। आप इस दिन सूर्य और शनि के उपाय के तौर पर अपने घर में काम करने वालों को दान में जरूरी सामान दे सकते हैं।
शुभ मुहूर्त- 15 जनवरी को सुबह 7:15 से आरंभ होकर दोपहर 12:30 तक का मुहूर्त सबसे अच्छा रहेगा।
पौष मास में शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। आप नाम से ही अंदाजा लगा सकती हैं कि इस दिन जिन्हें पुत्र रत्न की कामना होती है, वे महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं। वैसे यह व्रत संतान के लिए रखा जाता है। यदि आपके संतान नहीं है तो आप यह व्रत रख सकती हैं और संतान के होने के बाद भी आप इस व्रत को उसके अच्छे जीवन की कामना के तौर पर रख सकती हैं। इस दिन यदि आप व्रत रखती हैं तो आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। इस दिन आप संतान गोपाल मंत्र का जाप कर सकती हैं। यदि पति और पत्नी दोनों यह व्रत रखते हैं, इसका ज्यादा अच्छा फल प्राप्त होता है।
शुभ मुहूर्त- 21 जनवरी को सुबह 7:13 मिनट पर शुरू होकर 22 जनवरी को सुबह 9:21 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।