
हिंदू धर्म में भगवान शिव की आराधना के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत अत्यंत फलदायी माना जाता है। वैसे तो साल में एक बार महाशिवरात्रि का बड़ा उत्सव आता है, लेकिन शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आने वाली शिवरात्रि का भी विशेष आध्यात्मिक महत्व है। यह दिन भगवान शिव और माता शक्ति के मिलन की ऊर्जा का प्रतीक है। मान्यता है कि जो भक्त सच्ची श्रद्धा से इस दिन उपवास रखते हैं और रात के समय महादेव की पूजा करते हैं, उनके जीवन से बड़े से बड़ा संकट टल जाता है। साल 2025 की आखिरी मासिक शिवरात्रि दिसंबर के अंत में पड़ रही है जो बीते हुए साल की बाधाओं को दूर करने और नए साल के स्वागत के लिए दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने का एक अनमोल अवसर है। ऐसे में आइये जानते हैं वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से कि साल 2025 की आखिरी मासिक शिवरात्रि कब पड़ रही है, क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और कौन सा विशेष उपाय इस शिवरात्रि करें?
पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 17 दिसंबर को गुरुवार के दिन रात 2 बजकर 33 मिनट पर हो रहा है। वहीं, इसका समापन 19 दिसंबर को शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजकर 54 मिनट पर होगा।

ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि 18 दिसंबर को पड़ रही है। हालांकि, विशेष बात यह है कि मासिक शिवरात्रि का ब्रह्म स्नान अगर आप चाहें तो 18 के साथ-साथ 19 दिसंबर के दिन भी कर सकते हैं।
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मासिक शिवरात्रि पर पूजा के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय 'निशिता काल' होता है जब महादेव का अभिषेक करना सबसे उत्तम माना जाता है। 18 दिसंबर 2025 की रात को पूजा का शुभ समय रात 11 बजकर 51 मिनट से रात 12 बजकर 46 मिनट है।
इसके अलावा, मासिक शिवरात्रि के व्रत का पारण समय 19 दिसंबर को शुक्रवार के दिन सुबह 7 बजकर 9 मिनट से शाम 4 बजकर 54 मिनट तक है। शिव की पूजा और मासिक शिवरात्रि का व्रत खोलने के लिए ये दोनों शुभ मुहूर्त लाभकारी हैं।
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शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाएं और 'ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नमः' का 108 बार जाप करें। पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें 21 बेलपत्र अर्पित करें जिन पर चंदन से 'राम' लिखा हो। जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।

शाम के समय शिव मंदिर में जाकर गाय के घी का एक दीपक जलाएं और अपनी इच्छा महादेव के समक्ष रखें। ये उपाय न केवल आपकी समस्याओं को कम करेंगे, बल्कि आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करेंगे।
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