
30 दिसंबर 2025 मंगलवार का दिन धार्मिक और ज्योति दृष्टि से शुभ माना जाता है। आज पुत्रदा एकादशी का विशेष दिन है एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है और एकादशी के दिन विशेष रूप से संतान सुख और वंश वृद्धि के लिए आज व्रत किया जाता है। आज का यह व्रत केवल संतान प्राप्ति की कामना ताकि सीमित नहीं है बल्कि यह है जीवन में संस्कार जिम्मेदारी और मानसिक संतुलन को भी मजबूत करता है ऐसे में आज पवित्र दिन पर पूजा व्रत और आवश्यक कार्य शुभ चौघड़िया के अनुरूप किया जाए तो उसका फल अनंत गुना हो जाता है।

शास्त्रों के अनुसार पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु की प्राप्ति होती है और आज का व्रत उन दान पत्तियों के लिए विशेष रूप से फलदाई है जो संतान कामना कर रहे हैं ऐसे लोगों को आज का व्रत अवश्य करना चाहिए। एकादशी तिथि स्वयं में सात्विक और संयम वाली तिथि है लेकिन हर दिन हर समय सामान नहीं होता हर दिन का चौघड़िया ही तय करता है कि किस समय में हमें किस तरह के कार्य करने चाहिए जिससे हमें अधिक फल मिल सके। पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी के बताए गए चौघड़िया मुहूर्त का खास ध्यान रखें।
आज सूर्योदय के समय रोग चौघड़िया की शुरुआत हो रही है यह अशुभ चौघड़िया माना जाता है पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत का संकल्प लेना या किसी नए कार्य की शुरुआत करने से हमें समय में बचना चाहिए इस समय अपने दिनचर्या को सामान्य रखना ही बेहतर होगा। उद्वेग चौघड़िया यह मन में भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला चौघड़िया यह मानसिक स्थिरता को भंग करता है इस दौरान किसी भी तरह की पारिवारिक चर्चा या बिजनेस से संबंधित चर्चाओं को टालना चाहिए।
चल चौघड़िया यह एक सामान्य चौघड़िया है इस चौघड़िया में पूजन पाठ नहीं करना चाहिए भले ही समय के अभाव के कारण हम पूजन पाठ की तैयारी इस चौघड़िया में कर सकते हैं लेकिन किसी भी तरह का निर्णय हमें इस समय नहीं लेना चाहिए। लाभ चौघड़िया यह दिन का पहला शुभ चौघड़िया है पुत्रदा एकादशी के दिन पूजन पाठ व्रत आदि का संकल्प इस समय करना अति शुभ है यह समय दान के लिए भी शुभ बताया गया है इस समय दान अवश्य करना चाहिए।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| रोग | 06:50 बजे से 08:11 बजे तक |
| उद्वेग | 08:11 बजे से 09:31 बजे तक |
| चल | 09:31 बजे से 10:52 बजे तक |
| लाभ | 10:52 बजे से 12:12 बजे तक |

काल चौघड़िया यह आज संध्या काल का अशुभ चौघड़िया इस दिन समय किसी भी तरह का कार्य नहीं करना चाहिए इस समय किसी भी तरह की बड़े निर्णय या यात्रा अवॉइड करना चाहिए इस समय हो सके तो भगवान नाम संकीर्तन करना चाहिए। लाभ चौघड़िया यह रात्रि कल का प्रथम शुभ चौघड़िया है यह है भगवान की पूजन पाठ जप तप अनुष्ठान दान पुण्य आदि कार्यों के लिए अति शुभ माना गया है इस समय हो सके तो शांत चित्र से भगवान का स्मरण करते रहना चाहिए और पारिवारिक चर्चाएं राजनीतिक प्लानिंग इस समय करना शुभ माना जाता है।
उद्वेग चौघड़िया यह समय भ्रम की स्थिति पैदा करता है इस दौरान मां चंचल होता है और जल्दबाजी में इंसान गलत निर्णय ले लेता है इसी कारण इस समय मेडिटेशन करते रहना चाहिए और किसी भी तरह का कोई भी बड़ा निर्णय या किसी कार्य को लेकर कोई भी रूपरेखा आदि इस समय नहीं बनना चाहिए। शुभ चौघड़िया यह रात्रि का एक विशेष चौघड़िया है जिसमें एकादशी की रात्रि में भगवान विष्णु की पूजन और उनके नाम जप करने का यह एक अद्भुत समय है इस समय किया गया जब पूजन आदि का मन वांछित फल प्राप्त होता है इसीलिए अगर दिन में समय ना मिले तो इस समय भगवान का मानसिक पूजन या मानसिक स्मरण अवश्य करना चाहिए।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| काल | 05:34 बजे से 07:14 बजे तक |
| लाभ | 07:14 बजे से 08:53 बजे तक |
| उद्वेग | 08:53 बजे से 10:33 बजे तक |
| शुभ | 10:33 बजे से 12:12 बजे तक |

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