
29 दिसंबर 2025,सोमवार का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष माना जाता है यह दिन शिव जी को समर्पित होता है इस दिन शिवयोग और अमृत योग का प्रभाव दिन भर रहेगा। जब भी सोमवार के दिन शिव योग और अमृत योग का सहयोग बनता है तो उसे दिन की एनर्जी अन्य दिनों की अपेक्षाएं और अधिक स्ट्रांग हो जाती हैं।
आज का दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो जीवन में कई सारी तकलीफों से गुजर रहे हैं जिनके मन आसान रहता है और स्वास्थ्य नरम-गरम यदि इस दिन सही चौघड़िया के अनुसार समय का निर्धारण करके समय पर कार्य करते हैं तो वह विशेष फलदाई होता है।
आज के दिन का चंद्रमा और शिवजी से गहरा संबंध है क्योंकि चंद्रमा मन का कारक होता है और भगवान शिव वैराग्य के इसलिए आज के दिन का प्रभाव सीधे व्यक्ति की मां और भावनाओं पर पड़ता है। आज के दिन सही समय पर किए गए कार्य मानसिक शांति प्रदान करते हैं और अमृत योग में किए गए कार्यों का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। अमृत योग में सही चौघड़िया में किया गया कार्य में कभी भी संघर्ष नहीं करना पड़ता और 29 दिसंबर 2025 को दिन में ही नहीं बल्कि शाम के समय भी अमृत चौघड़िया बन रहा है जो इस दिन को और अधिक शक्तिशाली बनाता है। पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी से जानते हैं चौघड़िया मुहूर्त।

आज दिन की शुरुआत अमृत चौघड़िया से हो रही है जो अत्यंत शुभ संकेत है सोमवार का दिन वैसे भी भगवान शिव को समर्पित होता है और इस अमृत चौघड़िया में भगवान से भी का पूजन हो या फिर रुद्राभिषेक या किसी भी तरह के व्रत का संकल्प लेना हो या कोई भी मांगलिक कार्य इस समय करने से कार्य में शुभता प्राप्त होती है। काल चौघड़िया यह एक अशुभ चौघड़िया माना जाता है इस चौघड़िया के समय किसी भी तरह का जोखिम भरा कार्य नहीं करना चाहिए और इस समय किसी बड़े निर्णय लेने से बचना चाहिए।
शुभ चौघड़िया यह चौघड़िया मांगलिक कार्य की दृष्टि से उपयुक्त माना जाता है इस समय शासकीय कार्य या फिर किसी भी तरह के कार्यों की रणनीति बनाना या पूजन पाठ आदि कार्य के लिए शुभ माना जाता है इस समय किया गया कार्य अवश्य ही शुभता प्रदान करता है। रोग चौघड़िया यह चौघड़िया अशुभ माना जाता है इसमें विशेष रूप से स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए इस समय किसी भी तरह की कार्यशी बचना चाहिए हो सके तो इस चौघड़िया के समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| अमृत | 06:50 बजे से 08:10 बजे तक |
| काल | 08:10 बजे से 09:31 बजे तक |
| शुभ | 09:31 बजे से 10:51 बजे तक |
| रोग | 10:51 बजे से 12:12 बजे तक |
चल चौघड़िया यह है संध्या काल का सामान्य चौघड़िया है इस चौघड़िया में पुरानी चल रहे कार्यों को चलते रहना देना चाहिए इस समय विशेष रूप से पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए और काम कर रहे लोगों को अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करना चाहिए। रोग चौघड़िया यह सब चौघड़िया है इस दौरान किसी भी तरह का कोई भी व्रत तप दान पूजन अनुष्ठान आदि कर्म या किसी भी तरह की यात्रा से बचना चाहिए इस समय अपने इष्ट देवता का स्मरण और गुरु मंत्र का जाप आदि करना चाहिए।
काल चौघड़िया यह अशुभ चौघड़िया है इस दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य करने से बचना चाहिए और वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए विवाद और जोखिम से भरे कार्य नहीं करने चाहिए किसी भी तरह का निर्णय इस चौघड़िया में नहीं लेना चाहिए। लाभ चौघड़िया यह है एक शुभ चौघड़िया है इसने आगामी कार्यों की रूपरेखा बनाना चाहिए है राजनीति से संबंधित कार्य की मीटिंग आदि इसी समय में करनी चाहिए और जो भी पेंडिंग कार्य है इस समय पूर्ण कर लेना चाहिए।
| मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
| चल | 05:33 बजे से 07:13 बजे तक |
| रोग | 07:13 बजे से 08:53 बजे तक |
| काल | 08:53 बजे से 10:33 बजे तक |
| लाभ | 10:33 बजे से 12:12 बजे तक |

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