ज्योतिष की मानें तो किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रह नक्षत्रों का विशेष महत्व है और आपका जीवन उन्हीं से संचालित होता है। मान्यता है कि यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक न हो तो आपके जीवन में समस्याएं आने लगती हैं और आपके बनते काम भी बिगड़ने लगते हैं। जन्मकुंडली में ग्रहों का विशेष प्रभाव होता है। मुख्य रूप से शनि ग्रह को आपके भाग्य में परिवर्तन करने के लिए उत्तरदायी माना जाता है।
शनि को शांति, सजगता और धैर्य का प्रतीक माना जाता है, लेकिन कई बार उनकी नाराजगी जीवन में उथल-पुथल मचा देती है। शनि यदि नाराज हो जाते हैं तो कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं।
राशियों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या का भी प्रभाव हो सकता है। ज्योतिष में मान्यता है कि कुछ राशियों पर अक्सर शनि का दुष्प्रभाव होता है वहीं कुछ ऐसी राशियां भी हैं जिन पर सदैव शनि की कृपा बनी रहती है। यही नहीं इन राशियों पर यदि शनि की साढ़े साती और ढैय्या भी है तो इसका दुष्प्रभाव नहीं होता है। आइए सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी से जानें उन भाग्यशाली राशियों के बारे में।
तुला राशि
ऐसी मान्यता है कि तुला राशि वाले लोगों पर सदैव शनि की विशेष कृपा बनी रहती है। शनि ग्रह तुला राशि में उच्च होता है, जिसके परिणामस्वरूप इस राशि के लोगों को शनि ग्रह की संयमित शक्ति का विशेष फल मिलता है। यह संयमित शक्ति तुला राशि वालों को जीवन में धैर्य और स्थिरता बनाए रखने में मदद करती है।
शनि ग्रह के प्रभाव से तुला राशि के लोगों को जीवन में कभी बड़े कष्टों का सामना नहीं करना पड़ता है। शनि की कृपा से इनका जीवन अपेक्षाकृत शांत और संतुलित रहता है। शनि की यह अनुकूल स्थिति उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी संयम और स्थिरता बनाए रखने में सक्षम बनाती है। उनके जीवन में धैर्य और मानसिक संतुलन बना रहता है, जिससे वे जीवन की चुनौतियों का सामना आसानी से कर पाते हैं।
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मकर राशि
मकर राशि वाले व्यक्तियों का स्वामी ग्रह शनि होता है। अपने स्वामित्व की वजह से मकर राशि के जातकों को धैर्यवान और संयमित प्रकृति मिलती है। शनि के इस संयमित प्रभाव के कारण मकर राशि के लोगों को जीवन में बड़ी सफलता मिलती हैं।
चूंकि यह शनि की ही राशि मानी जाती है, इसलिए शनिदेव कभी भी इस राशि पर दुष्प्रभाव नहीं डालते हैं। साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव भी इस राशि पर कम हो जाता है और इसके सकारात्मक प्रभाव होते हैं। शनि के आशीर्वाद से किसी भी बड़ी समस्या से मकर राशि के लोग आसानी से बाहर आने में सफल होते हैं।
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कुंभ राशि
मकर राशि के साथ कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं। शनि का स्वामित्व होने की वजह से कुंभ राशि पर हमेशा शनि की कृपा बनी रहती है। इस राशि के जातकों पर शनिदेव हमेशा कृपा बरसाते हैं। कुंभ राशि पर शनि की साढे़साती, ढैय्या या फिर महादशा चलने पर उन पर ज्यादा अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है और ये किसी भी आपदा से जल्द ही उबरने में सफल होते हैं। शनिदेव की इस राशि पर विशेष कृपा होती है, इसलिए इसे कभी भी आर्थिक हानि का सामना नहीं करना पड़ता है। इस राशि के लोगों को शनि की कृपा से विशेष उपलब्धियां मिलती हैं और सफल जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है।
मीन राशि
मीन राशि के लोगों को भी हमेशा शनि का आशीर्वाद मिलता है। इस राशि के व्यक्तियों को शनि का प्रभाव विशेष रूप से मीन राशि में उच्च शनि के कारण मिलता होता है। शनि का सकारात्मक प्रभाव मीन राशि के लोगों को अपने जीवन में संयम और आत्म-नियंत्रण की क्षमता प्रदान करता है, जिससे वे सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं। अगर हम साढ़े साती और ढैय्या की बात करें तो इनका प्रभाव भी इस राशि पर अन्य राशियों की तुलना में कम होता है। जिसकी वजह से ये राशि इन ग्रहों के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।
अगर आपकी राशि भी इनमें से एक है तो आप शनि देव के प्रिय हो सकते हैं। आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें
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