Bina Gotra Ke Aise Kare Shadi: हिन्दू धर्म में एक ही गोत्र में शादी करने की मनाही होती है। मान्यता है कि इससे संतान दोष उत्पन्न होता है।
इसलिए शादी से पहले कुंडली मिलवाई जाती है ताकि गुण मिलने के साथ-साथ गोत्र का भी पता चल सके और उसके बाद विवाह की बात आगे बढे।
वहीं, कई बार ऐसा भी होता है कि लोगों को अपना गोत्र नहीं पता होता है या फिर जिससे शादी करना चाहते हैं उसका गोत्र पता नहीं होता है।
ऐसे में आप बिना गोत्र मिलाए या जानें भी शादी कर सकते हैं. उसके लिए आपको ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स का यह एक सरल उपाय करना है।
- एक छोटी सी विधि है जिसके माध्यम से आप गोत्र की बाधा को दूर कर अपने होने वाले जीवनसाथी के साथ विवाह कर सकते हैं।
- अगर आपको अपना या अपने पार्टनर का गोत्र नहीं पता है तो कुंडली दिखवाकर सबसे पहले कुंडली (कुंडली में कमजोर शुक्र के उपाय)का अक्षर पता लगाएं।
- फिर उस अक्षर से एक नया नाम रखें। यह नाम सिर्फ इस विधि के लिए होगा आपको अपना असली नाम बदलने की जरूरत नहीं है।

- उस नए नाम के आधार पर ग्रह स्वामी और ऋषि का पता लगाएं। जो ग्रह ऋषि आपके नए नाम के स्वामी होंगे वही आपका गोत्र होगा।
- उदाहरण के तौर पर अगर आपके नए नाम के अनुसार आपके ग्रह ऋषि 'कश्यप' हैं तो आपका गोत्र कश्यप गोत्र होगा।
- इसके बाद आप या तो किसी पंडित की मदद से संतान दोष हवन कर सकते हैं या फिर संतान गणपति स्तोत्र के पाठ से दोष दूर कर सकते हैं।

- इसके लिए आपको बुधवार के दिन संतान गणपति स्तोत्र के 51 पाठ करने हैं। ऐसा आपको 51 बुधवार (बुधवार की आरती) तक करना होगा।
- अगर आप भारत में रहते हैं तो हवन करने के लिए आपको पंडित मिल जाएंगे लेकिन विदेश में रहने वालों के लिए यह स्तोत्र कारगर है।
- इस तरह आपको एक नया गोत्र मिल जाएगा, संतान दोष भी उत्पन्न नहीं होगा और आप उस गोत्र का मिलान कर विवाह कर सकते हैं।
तो इस विधि से आप बिना गोत्र जानें और किसी दोष लगने के डर के विवाह कर सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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