हिंदू धर्म में विवाह के लिए कई रीति-रिवाज निभाए जाते हैं। इनमें से सभी का अलग-अलग महत्व होता है। मगर कुछ रीति- रिवाज ऐसे भी होते हैं, जो दो लोगों की भावनाओं को आपस में जोड़ते हैं।
मंगलसूत्र पहनने की रस्म भी बेहद खास होती है। इसका महत्व अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न बताया गया है, इतना ही नहीं अलग-अलग राज्यों में मंगलसूत्र की बनावट तक अलग होती है। मगर मंगलसूत्र का अर्थ एक मंगलसूत्र से दो लोगों को बंधा देना।
मंगलसूत्र पर हम कई बार बात कर चुके हैं और हर बार हमने मंगलसूत्र में कुछ अलग वैरायटी या महत्व को तलाश कर आपको उसकी विशेष बातें बताई हैं, आज हम आपको मराठी मंगलसूत्र के बारे में बताएंगे।
मराठियों में मंगलसूत्र का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। आज हम आपको मराठी मंगलसूत्र की कुछ लेटेस्ट डिजाइंस और उससे जुड़ी कुछ विशेष बातें बताएंगे।
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कैसा दिखता है मराठी मंगलसूत्र?
मराठी मंगलसूत्र दिखने में बहेद सिंपल होता है। सोने के तार में काले मोती पिरोय गए होते हैं। यह मोती इस बात का प्रतीक होते हैं कि आपके रिश्ते को किसी भी नजर न लगे। वहीं इस मंगलसूत्र में 9 मानके होती हैं, जो देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों की ऊर्जा का प्रतीक होता। यह मंगलसूत्र महिला को वो सारी ऊर्जा देता है, जिससे वह घर-गृहस्थी की सारी जिम्मेदारियों को पूरी श्रद्धा से निभा पाए।
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क्या होता है मराठी मंगलसूत्र का महत्व?
इस मंगलसूत्र में 2 गोल वति होती हैं। इस वति को शिव और शक्ति का स्वरूप माना जाता है। इस कारण मराठी मंगलसूत्र का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह 2 वति दो परिवारों को आपस में जोड़ने का भी प्रतीक होती हैं।ऐसा कहा भी गया है शादी केवल दो आत्माओं का मिलन नहीं होता है, बल्कि दो परिवारों को आपस में जोड़ने का प्रतीक होता है।
आपको बता दें कि मराठियों में मंगलसूत्र वर पक्ष की ओर से आता है और इसे शादी के मंडप पर ही पहनाने का रिवाज है। पति के ओर से यह एक ऐसा सूत्र पत्नि को बांधा जाता है, जिसे वह खुद से कभी दूर नहीं करती है।
कैसे पहनाया जाता मराठी मंगलसूत्र
मराठियों में मंगलसूत्र को आम के पत्ते पर रखकर उसकी पूजा की जाती है। पहले यह मंगलसूत्र वधु को वर पक्ष की ओर से पहनाया जाता है और फिर इसकी पूजा आरंभ होती है। इसलिए मराठियों में मंगलसूत्र को बहुत ही ज्यादा पवित्र माना गया है। हालांकि, अब मराठी मंगलसूत्र में भी बहुत सारी डिजाइंस आपको नजर आ जाएंगी, मगर हर मंगलसूत्र में आपको 2 वति जरूर नजर आएंगी। ( साउथ इंडियन मंगलसूत्र डिजाइंस)
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