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Expert Tips: क्या आप जानती हैं पेपरमिंट की चाय के 10 हेल्थ बेनिफिट्स

पेपरमिंट मुख्य रूप से यूरोप में पाए जाने वाले पौधों को एक प्रजाति है। ये पौधे विशेष रूप से उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली शीतलन संवेदना के लिए जाने जाते हैं। उन्हें ताजे और सूखे दोनों रूपों में खाद्य पदार्थों में जोड़ा जा सकता है। पेपरमिंट या पुदीना कई खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में एक लोकप्रिय घटक है, जिसमें चाय से लेकर सॉस, सलाद , चटनी और डेसर्ट शामिल हैं।&nbsp; <img src="//images.herzindagi.info/image/2021/Jul/shikha-a-sharma.jpg" alt="shikha a sharma" /> इस पौधे की पत्तियों को खाने से कई स्वास्थ्य लाभ तो मिलते ही हैं। इसकी पत्तियों से तैयार चाय के अलग ही फायदे हैं। इसकी चाय जहां एक तरफ पाचन में सुधार करती है, वहीं इस चाय के सेवन से अनिद्रा और स्ट्रेस को भी दूर किया जा सकता है। आइए इस लेख में <strong>फैट टू स्लिम ग्रुप की सेलिब्रिटी इंटरनेशनल डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिष्ट शिखा ए शर्मा</strong> से जानें पेपरमिंट की चाय के सेहत से जुड़े कुछ फायदों के बारे में और इसे क्यों अपनी डाइट का हिस्सा बनाना जरूरी है।&nbsp;

Samvida Tiwari

Editorial

Updated:- 08 Jul 2021, 16:07 IST

वजन कम करे

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पेपरमिंट की चाय के सेवन से शरीर का वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ये चाय शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है और शरीर से अतिरिक्त वजन को कम करती है। इसके सेवन के बाद काफी देर तक शरीर को भरा हुआ महसूस होता है और भोजन की अति न होने से वजन नियंत्रित रहता है। 

डायबिटीज नियंत्रित करे

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पेपरमिंट की चाय को डायबिटीज नियंत्रण करने के लिए प्रभावी रूप से जाना जाता है। इसमें मौजूद सेनोलिन यौगिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं यह  एंटीऑक्सीडेंट स्तर को बनाए रखने और टाइप 2 मधुमेह के कारण होने वाले रोगों को रोकने में भी मदद करते हैं। इसलिए शुगर के मरीजों को इसे अपनी नियमित डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। 

कैसे बनाएं पेपरमिंट की चाय

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एक बर्तन में 2 कप पानी डालें। पानी में अच्छी तरह से उबाल आने दें, फिर गैस का फ्लेम धीमा कर दें। पानी में लगभग चार या पांच पेपरमिंट की पत्तियां डालें। बर्तन को ढक दें और चाय को अच्छी तरह से उबलने दें। 5 मिनट बाद इसे कप में छान लें और इसका सेवन करें। स्वाद की लिए आप इसमें शहद और नींबू भी मिला सकती हैं। 

इस तरह पेपरमिंट की चाय सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है और इसे अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। लेकिन कोई अन्य स्वस्थ समस्या होने पर इसके सेवन से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

ताजा सांसों के लिए

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पेपरमिंट टी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ये पत्तियां अपनी साफ, अच्छी सुगंध और स्वाद के कारण पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। पुदीने की चाय पीने से सांसों को तरोताजा करने में मदद मिल सकती है और ये चाय सांसों की दुर्गंध से लड़ने के लिए भी लाभदायक है। अगर आपको भी कभी मुंह से बदबू आने जैसी समस्या होती है तो पेपरमिंट की पत्तियां चबाने या इसकी चाय के सेवन से आपको इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसकी पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह के माउथ फ्रेशनर और च्युइंग गम बनाने में किया जाता है। 

 

पाचन को सुचारु बनाए

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पेपरमिंट की पत्तियां गैस, सूजन और अपच जैसे पाचन संबंधी लक्षणों को दूर करने में मदद करती हैं। इसकी चाय का नियमित रूप से सेवन पाचन को दुरुस्त करने के साथ पेट की कई समस्याओं से भी राहत दिलाता है। इसकी चाय आपके पाचन तंत्र को आराम देती है और पेट दर्द को कम करती है। ये मांसपेशियों के संकुचन को भी रोकती है और पेट दर्द को दूर करने में मदद करती है।

सिरदर्द और माइग्रेन से राहत

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चूंकि पेपरमिंट की पत्तियां मांसपेशियों को आराम देने वाले दर्द निवारक के रूप में कार्य करती हैं। इसलिए इसकी चाय कुछ प्रकार के सिरदर्द को कम कर सकती है। पेपरमिंट की पत्तियों में मेंथॉल कंपाउंड होता है, जो एंटी हेडेक गुण प्रदर्शित करता है। यह गुण सिर दर्द कम करने में मदद करता है। इसकी चाय शरीर को आराम दिलाकर सिरदर्द के साथ शरीर के दर्द से भी छुटकारा दिलाती है। एक शोध से पता चलता है कि पेपरमिंट ऑयल तनाव, सिरदर्द और माइग्रेन को कम करता है और इसकी चाय भी इन समस्याओं के लिए समान रूप से कार्य करती है। 

कोल्ड से छुटकारा दिलाए

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सर्दी और फ्लू के उपचार की कई औषधियों में पेपरमिंट का इस्तेमाल किया जाता है। यह नाक से सांस लेने में सुधार कर सकता है और इससे बनी चाय के सेवन से सर्दी जुखाम के साथ सीने की जकड़न से भी छुटकारा मिलता है। इसकी चाय का गरम रूप में ही सेवन करने से जुकाम बहुत जल्द ही ठीक हो जाता है और ये गले के दर्द को भी कम करती है। 

 

पीरियड्स के दर्द को कम करे

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पेपरमिंट ऑयल मासिक धर्म में ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन के परिणामों के अनुसार, पेपरमिंट ऑयल कैप्सूल मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाने में उतना ही प्रभावी है जितना कि मेफेनैमिक एसिड, जो एक प्रकार की नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा है। इसलिए लड़कियां मासिक धर्म में ऐंठन और दर्द के घरेलू उपचार के रूप में पेपरमिंट की चाय का सेवन करती हैं। इसका सेवन बहुत जल्द पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। 

अनिद्रा को दूर करे

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जिन लोगों को रात में अच्छी नींद न आने की समस्या है उन्हें अपनी डाइट में पेपरमिंट की चाय को जरूर शामिल करना चाहिए। ये चाय ब्रेन को रिलैक्स करके अच्छी नींद के लिए प्रेरित करती है। इस चाय के सेवन से मस्तिष्क की सभी तंत्रिकाओं को आराम मिलता है जो अच्छी नींद का कारण बनते हैं। ये डिप्रेशन की समस्या को कम करने में भी मदद करती है। 

 

शरीर को ऊर्जावान बनाए

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पेपरमिंट की चाय थकान के लक्षणों को कम करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करती है। इसके सेवन से मस्तिष्क को तुरंत एनर्जी मिलती है और शरीर में स्फूर्ति आती है। शिखा ए शर्मा बताती हैं कि इस चाय का सेवन 10 साल से ऊपर के बच्चे भी कर सकते हैं जिससे उनमें एकाग्रता बढ़ती है। पुदीने की चाय में मौजूद मेंथॉल में कोलिनेस्टरेज नामक तत्व होता है जिसकी वजह से ये चाय याददाश्त और एकाग्रता में सुधार कर सकती है। 

अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद

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जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए पेपरमिंट की चाय बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से सांसों से संबंधित कई समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। खासतौर पर अस्थमा के मरीजों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए जिससे उन्हें सांस लेने में कोई समस्या न हो। हालांकि इसे अस्थमा की दवा के रूप में नहीं देखा जा सकता है लेकिन ये चाय इस बीमारी के खतरे को कम करने के साथ इसके मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होती है।