
बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले मशहूर एक्टर धर्मेंद्र सिंह देओल ने सिनेमा में लंबे समय तक काम किया है। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं। आज भी उनकी फिल्मों को देखना लोगों को खूब पसंद आता है। इस इंडस्ट्री में जितने भी एक्टर हैं, उन्हें कई नामों से जाना जाता है। कभी 'शोले' के वीरू तो कभी 'फूल और पत्थर' के दमदार ही-मैन... धर्मेंद्र का नाम लेते ही एक साथ कई किरदार और उपनाम याद आते हैं।
आपको बता दें कि पंजाबी गांव से निकलकर मुंबई पहुंचे धर्मेंद्र की कहानी बड़ी दिलचस्प है। उन्हें भी अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इनमें से एक नाम है दिलावर खान, जो आज भी सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना रहता है। आज हम आपको अपने इस लेख में धर्मेंद्र के नामों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। साथ ही दिलावर खान बनने के पीछे की कहानी भी बताएंगे। आइए जानते हैं-
आपको बता दें कि धर्मेंद्र का पूरा जन्म नाम धरमेंद्र केवल कृष्ण देओल है। पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में धर्मेंद्र का जन्म हुआ था। देओल परिवार से होने के कारण उनके नाम में ‘देओल’ जुड़ा। फिल्मों में आने के बाद उन्होंने धर्मेंद्र नाम ही अपनाया, जो बाद में ब्रांड बन गया।
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70s और 80s के दौर में धर्मेंद्र ने बड़े पर्दे पर एक्शन और स्टाइल का नया पैमाना तय किया था। उनकी फिटनेस, बॉडी, स्क्रीन पर मौजूदगी और अलग तरह के रोल ने उन्हें खास बना दिया। इसी कारण फिल्मी दुनिया और दर्शक उन्हें प्यार से ‘ही-मैन ऑफ बॉलीवुड’ कहने लगे। ये नाम उन्हें उनकी मस्कुलर फिजिक, दमदार एक्शन सीन्स (विशेष रूप से 1966 की फिल्म 'फूल और पत्थर' के बाद) के कारण मिला।
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धर्मेंद्र का ये निक नेम उनकी एनर्जेटिक और अक्सर गुस्से वाली (एक्शन) किरदारों की पर्सनैलिटी को दिखाता था। इसके अलावा उनकी रोमांटिक फिल्मों के कारण उन्हें 'लव ऑफ द टाउन' भी कहा जाता था।
इंडस्ट्री और फैंस उन्हें प्यार और सम्मान से धरम पाजी के नाम से भी पुकारते थे। पंजाब से ताल्लुकात रखने के कारण ही उन्हें ये नाम मिलास था। आपको बता दें कि पाजी का मतलब बड़ा भाई होता है।
धर्मेंद्र की सबसे आइकॉनिक पहचान उनके किसी असली नाम से नहीं, बल्कि एक काल्पनिक किरदार से ही बनी है। उन्हीं में से एक नाम वीरू है। 1975 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'शोले' का ये शरारती, बिंदास और वफादार किरदार हिंदी सिनेमा में अमर हो गया। आज भी उन्हें जय-वीरू की जोड़ी के रूप में याद किया जाता है।
दिलावर खान धर्मेंद्र की पर्सनल लाइफ का सबसे बड़ा विवादित और चर्चित पहलू रहा है। हेमा मालिनी से शादी करने के लिए उन्हें ये नाम अपनाने की जरूरत पड़ी थी। दरअसल, धर्मेंद्र ने 1954 में प्रकाश कौर से पहली शादी की थी। जब वो ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से शादी करना चाहते थे, तब हिंदू विवाह अधिनियम (Hindu Marriage Act) के तहत वे अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना दूसरी शादी नहीं कर सकते थे और प्रकाश कौर उन्हें तलाक देने को तैयार नहीं थीं।

कानूनी पचड़ों से बचने के लिए धर्मेंद्र और हेमा मालिनी दोनों ने कथित तौर पर इस्लाम धर्म अपना लिया था। धर्मेंद्र ने अपना नाम बदलकर दिलावर खान रख लिया। वहीं हेमा मालिनी ने अपना नाम बदलकर आयशा बी आर चक्रवर्ती रख लिया था। इस्लामी रीति-रिवाजों के तहत निकाह करने के बाद, ये शादी कानूनी रूप से विवादों से बच गई।
हालांकि, धर्मेंद्र ने बाद के इंटरव्यू में इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि वह अपने फायदे के लिए धर्म बदलने वाले इंसान नहीं हैं, लेकिन निकाहनामा (विवाह प्रमाणपत्र) में उनके नाम दिलावर खान का जिक्र होने की खबरें आज भी सुर्खियों में रहती हैं।
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Image Credit- Instagram/Dharmendra Deol
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