
Dhanu Rashifal 2026: यह वर्ष दिशा बदलने, सीखने और भीतर के विश्वास को परखने वाला रहेगा। घर–परिवार और निवास–स्थान पर दबाव बढ़ेगा, जिससे आप मूल ज़मीन और जड़ों को नए नज़रिए से देखेंगे। वर्ष की पहली तिमाहियों के बाद गुरु की गति तेज होते ही अध्ययन, धर्म, मार्गदर्शक और दूरस्थ अवसरों से आपका सीधा सम्बन्ध बनेगा। वर्ष के उत्तरार्ध में भाग्य, प्रतिष्ठा, विदेश–संपर्क, उच्च शिक्षा और आस्था से जुड़े क्षेत्र में नये द्वार खुल सकते हैं, जो आने वाले कई वर्षों का मार्ग तय कर देंगे।
वर्ष की शुरुआत में घर, नौकरी और लक्ष्य – तीनों मोर्चों पर भागदौड़ के कारण जांघों, कूल्हों, कमर, पेट और श्वसन–तंत्र पर भार बढ़ सकता है। बीच के समय में अनियमित भोजन, यात्रा और देर रात जागने से जठराग्नि बिगड़ने और शरीर में सूजन की प्रवृत्ति दिखाई दे सकती है। वर्षांत की ओर जैसे–जैसे आप अपने हेतु स्पष्ट करेंगे, उतना ही संयम सहज होगा। नियमित सूर्य–नमस्कार, दौड़–व्यायाम, सादा भोजन और समय पर सोने की आदत इस वर्ष आपका सबसे सच्चा रक्षक सिद्ध होगी।
व्यापार के क्षेत्र में यह वर्ष दूर दृष्टि और ज्ञान आधारित विस्तार की बात करता है। जो लोग शिक्षा, धर्म–प्रचार, यात्रा–व्यवस्था, पुस्तक प्रकाशन, कानूनी सेवा, सलाह–कार्यक्षेत्र, भाषा–प्रशिक्षण या विदेशी वस्तुओं के लेन–देन से जुड़े हैं, उनके लिए वर्ष अत्यन्त सक्रिय रह सकता है। आरम्भिक समय में घर–कार्यालय से सम्बन्धित खर्च और स्थान परिवर्तन की सम्भावना दिखती है। वर्ष के मध्य से योग्य गुरुजनों, बड़े संस्थानों, विश्वविद्यालयों या धार्मिक संगठनों के साथ जुड़ाव लाभ देगा। वर्षांत में दूर के नगरों, दूसरे देशों या व्यापक समूह तक अपनी सेवा पहुँचाने की योजना पर गंभीरता से कार्य हो सकता है; यहाँ संयमित जोखिम लाभकारी रहेगा।

वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार नौकरीपेशा धनु जातक इस वर्ष सीखते हुए आगे बढ़ने की स्थिति में रहेंगे। वर्ष की शुरुआत में पारिवारिक दबाव और दफ्तर की ज़िम्मेदारी दोनों साथ–साथ चलेंगे, जिससे अपने लिए समय कम बचेगा। धीरे–धीरे जैसे ही गुरु की शुभ दृष्टि बढ़ेगी, आपको प्रशिक्षण, परीक्षा, स्थान परिवर्तन, विश्वविद्यालय–सम्बद्ध कार्य, धार्मिक–संस्था, न्याय व्यवस्था, अनुसंधान या मार्गदर्शन–भूमिका की ओर खिंचाव महसूस होगा। वर्ष के अंतिम भाग में कुछ जातक सरकारी सेवा, उच्च शिक्षा–सम्बद्ध पद, न्यायिक क्षेत्र, विदेश–सेवा या सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय प्रगति कर सकते हैं। शर्त केवल यह है कि आप आधे मन से नहीं, पूरे मन से चुनी हुई राह पर उतरें।
वर्ष के आरम्भिक हिस्से में घर–परिवार, मकान–किराया, स्थान बदलने, सुधार, बच्चों की पढ़ाई और यात्रा पर व्यय बढ़ सकता है, जिससे थकान के साथ–साथ आर्थिक बोझ भी महसूस होगा। जैसे–जैसे आप लापरवाह खर्च घटाकर आवश्यकताओं को प्राथमिकता देंगे, स्थिति सुधरने लगेगी। मध्य अवधि से उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण, धार्मिक यात्राओं और विदेश–सम्पर्क से जुड़े अवसर धीरे–धीरे आय का नया मार्ग खोल सकते हैं। वर्ष के अंत तक जो धनु जातक व्यवस्थित बचत, साधारण बीमा और दीर्घकालिक योजनाओं में समय पर योगदान देंगे, वे भविष्य को लेकर अधिक निश्चिन्त महसूस करेंगे।
वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार प्रेम जीवन इस वर्ष दूरी और निकटता के अनोखे मेल से गुज़रेगा। अध्ययन, यात्रा, परीक्षा, प्रशिक्षण या धार्मिक आयोजनों के कारण प्रिय–व्यक्ति से शारीरिक दूरी बढ़ सकती है, परन्तु विचारों का आदान–प्रदान बढ़ने पर सम्बन्ध गहराने भी लगेगा। यदि आप हर समय उपदेश देने की आदत छोड़कर सामने वाले को भी सुनेंगे, तो सम्बन्ध में सहजता आएगी। वर्ष के उत्तरार्ध में दूर के शहर या अलग संस्कृति के व्यक्ति से आकर्षण संभव है। कुछ धनु जातक इस वर्ष यह तय कर पाएँगे कि कौन–सा सम्बन्ध केवल कल्पना है और कौन वास्तव में जीवन–साथ चलने की क्षमता रखता है।
वार्षिक राशिफल 2026 बताता है कि दांपत्य जीवन में साझा आदर्श और मान्यताएँ केंद्र में रहेंगी। विवाहित जातकों के लिए वर्ष की शुरुआत में घर बदलने, बच्चों की पढ़ाई, किसी परीक्षा या पद में परिवर्तन के कारण दंपति को अलग–अलग शहर में भी समय बिताना पड़ सकता है; यहाँ भरोसा और संवाद सबसे बड़ा सहारा बनेगा। वर्ष के मध्य से आप दोनों किसी तीर्थयात्रा, गुरु–दर्शन या अध्ययन–यात्रा पर मिलकर जा सकते हैं, जिससे सम्बन्ध का आध्यात्मिक पक्ष मजबूत होगा।
जीवन–दिशा में स्पष्टता और उद्देश्यहीन भटकाव घटाने के लिए
प्रतिदिन प्रातः दस से पंद्रह मिनट किसी धर्मग्रन्थ, विशेषकर गीता या उपदेश–ग्रन्थ का एक–एक अध्याय पढ़ें और पढ़ी हुई पंक्ति का अर्थ लिखें; इससे बिखरे विचार एक धुरी पर टिकेंगे।
घर से दूर रहते हुए भी कुल–परंपरा और माता–पिता के आशीर्वाद से जुड़े रहने के लिए
सप्ताह में एक दिन प्रातः समय निकालकर माता–पिता से बात करें, सम्भव हो तो वर्ष में एक बार उनके चरण धोकर आशीर्वाद लें, और अमावस्या की सन्ध्या पूर्वजों के नाम से दीपक जलाएँ।
यात्राओं में सुरक्षित आगमन–प्रस्थान और अनपेक्षित रुकावट कम करने के लिए
प्रत्येक यात्रा से पहले कुछ मीठा जल में घोलकर पीपल के वृक्ष की जड़ में अर्पित करें और मन ही मन प्रार्थना करें कि यात्रा केवल अहंकार नहीं, जीवन–पथ का विकास बने।
गलत सलाह, झूठे मित्रों और जोखिम भरे निवेश से बचाव के लिए
गुरुवार की साँझ पीली दाल किसी सच्चे, मेहनती विद्यार्थी या विद्वान को दें और प्रतिज्ञा करें कि लालच में आकर किसी के दबाव या भीड़ की नकल पर धन नहीं लगाएँगे।
अत्यधिक आदर्शवाद के कारण टूटे सम्बन्धों में मधुरता लाने के लिए
प्रत्येक सप्ताह एक दिन अपने किसी करीबी के लिए बिना उपदेश दिए केवल सुनने का अभ्यास करें, रात को दीपक के सामने दिन भर की कठोर बातों को मन–ही–मन स्वीकार कर क्षमा माँगें; इससे जिद नरम होकर करुणा में बदलेगी।
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यह वार्षिक राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है और यह चंद्रमा के नक्षत्र तथा राशि में होने वाले गोचर के सूक्ष्म विश्लेषण से तैयार किया गया है। यह जानकारी आचार्य नीरज धनकर, फाउंडर और सीईओ, Astro Zindagi द्वारा वेरीफाई की गई है।
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