क्यों पूजनीय माना जाता है रुद्राक्ष? जानें इसकी उत्पत्ति की रोचक कथा

ऐसा कहा जाता है कि सबसे पहले रुद्राक्ष सप्त ऋषियों ने धारण किया था। उन्होंने ही रुद्राक्ष की पूजा की थी और पूजा के बाद उसके नियम तय किये और फिर उन्हीं नियमों का पालन करते हुए रुद्राक्ष को कंठ में धारण किया।

rudraksha ki puja se kya hota hai
rudraksha ki puja se kya hota hai

Rudraksha Ki Puja Kyu Hoti Hai: हिन्दू धर्म में कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जिनका बहुत महत्व माना जाता है। यह वस्तुएं साक्षात भगवान से जुड़ी हुई हैं, ऐसे में इनका प्रभाव भी गहरा देखने को मिलता है। ठीक ऐसी ही एक वस्तु है रुद्राक्ष जिसे भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। रुद्राक्ष को सनातन परंपरा में [पूजनीय माना गया है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि क्यों होती है रुद्राक्ष की पूजा और कैसे हुई थी रुद्राक्ष की उत्पत्ति।

कहां से आया रुद्राक्ष और क्यों होती है इसकी पूजा?

rudraksha ki puja kaise kar sakte hain

पौराणिक कथा के अनुसार, त्रिपुरा सुर नाम का एक राक्षस हुआ करता था। उसके अत्याचार से समस्त पृथ्वी थर-थर कांपती थी। देवलोक से लेकर पाताल लोक तक उसका आतंक फैला हुआ था। देवताओं का भयंकर से भयंकर अस्त्र भी उसे हरा नहीं सकता था। ऐसे में एक दिन सभी देवगण भगवान शिव के पास पहुंचे।

ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शिव के पास देवता पहुंचे थे तब भगवान शिव ने अपनी आंखें बंद कर ली थीं क्योंकि वह त्रिपुरा सुर को दिए वरदान के आगे विवश थे। जब शिव जी ने आंखें बंद की थीं तब ध्यान में उन्हें दिखा कि सभी लोकों के लोग कितने कष्ट में हैं। यह देख शिवजी ने भाव विभोर होकर आंखें खोलीं।

kya rudraksha ki puja kar sakte hain

जब शिवजी ने अपने नेत्र खोले तो उनके नेत्रों से आंसुओं की धरा बहने लगी। उसी धरा में से कुछ बूंदें पृथ्वी पर आकर गिरीं और उन्हीं बूंदों से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई। ऐसा माना जाता है कि उन कुछ बूंदों से मात्र एक रुद्राक्ष बना था लेकिन उस एक रुद्राक्ष से कई रुद्राक्ष के पेड़ उस स्थान पर अपने आप पैदा हो गए थे।

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शिव जी के आंसुओं से बनने के कारण रुद्राक्ष को बहुत पवित्र और दिव्य माना गया। ऐसा कहा जाता है कि सबसे पहले रुद्राक्ष सप्त ऋषियों ने धारण किया था। उन्होंने ही रुद्राक्ष की पूजा की थी और पूजा के बाद उसके नियम तय किये और फिर उन्हीं नियमों का पालन करते हुए रुद्राक्ष को कंठ में धारण किया।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर क्यों की जाती है रुद्राक्ष की पूजा और क्या है रुद्राक्ष की उत्पत्ति की पौराणिक कथा। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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