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पूजा में क्यों नहीं करना चाहिए लोहे के दीपक का इस्तेमाल? ज्योतिष से जुड़ी इन बातों के बारे में नहीं जानती होंगी आप

पूजा-पाठ के कुछ विशेष नियमों में से एक है सही धातु के दीपक का इस्तेमाल करना। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप पूजा के नियमों का पालन नहीं करती हैं तो आपको किसी भी पूजन का पूर्ण फल नहीं मिलता है। आइए जानें पूजा के लिए किस धातु के दीपक का इस्तेमाल शुभ है।
Editorial
Updated:- 2025-10-22, 10:18 IST

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाना सबसे पवित्र और शुभ कार्य माना जाता है। दीपक केवल अंधकार मिटाने का साधन नहीं है बल्कि इसे ज्ञान, सकारात्मक ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक भी माना जाता है। शास्त्रों में पूजा के दौरान दीपक जलाने की परंपरा को विशेष महत्व दिया जाता है। दीपक से घर में शुभता बनी रहती है और यदि आप घर के मुख्य द्वार पर दीपक प्रज्वलित करती हैं, तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। एक बड़ा सवाल हमारे दिमाग में अक्सर यही आता है कि पूजा में किस धातु का दीपक जलाना शुभ हो सकता है और किस धातु का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। आमतौर पर पूजा में लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल करने से मना किया जाता है। यही नहीं लोहे के दीपक का इस्तेमाल भी पूजा में वर्जित होता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें पूजा में लोहे के दीपक का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है।

लोहे के दीपक को शुभ क्यों नहीं माना जाता है?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लोहा शनि की धातु माना जाता है और यह शुद्ध धातु नहीं मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप लोहे के दीपक से पूजा या आरती करती हैं, तो नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित हो सकती है। यही नहीं जब पूजा में लोहे का दीपक जलाया जाता है, तो इससे पूजा का शुद्ध वातावरण भी प्रभावित होता है और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में बाधा आती है। यही कारण है कि किसी भी पूजन में लोहे के दीपक का इस्तेमाल वर्जित होता है।

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लोहे के दीपक का इस्तेमाल न करने के ज्योतिषीय कारण

ज्योतिष शास्त्र में लोहा शनि ग्रह से जुड़ा हुआ है। शनि को न्याय का देवता माना गया है, लेकिन उनकी ऊर्जा कठोर और भारी मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि पूजा में लोहे का दीपक जलाने से शनि का प्रभाव बढ़ सकता है, जिससे जीवन में आर्थिक समस्याएं और मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकते हैं। इसलिए किसी भी पूजा में लोहे का दीपक जलाना शुभ नहीं माना जाता है।

पूजा के लिए कौन सी धातु का दीपक है शुभ

किसी भी पूजा के लिए सबसे शुभ पीतल का दीया माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक होता है। इसके अलावा आप तांबे के दीपक का इस्तेमाल भी कर सकती हैं, इससे शुद्धता बनी रहती है। यही नहीं अगर आप लक्ष्मी पूजन के लिए चांदी के दीपक का इस्तेमाल करती हैं तो ये भी शुभ माना जाता है और इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सकारात्मकता आती है। यदि आप मिट्टी के दीपक का इस्तेमाल पूजा के लिए करती हैं, तो इसके भी शुभ प्रभाव होते हैं।

अगर आप पूजा के लिए सही दीपक का चुनाव कर रही हैं तो ध्यान रखें कि कभी भी पूजा में लोहे के बर्तनों का उपयोग नहीं करना चाहिए, इसी वजह से लोहे के दीपक का इस्तेमाल भी वर्जित है।
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