why only red chandan is offered to shani dev

शनिदेव को लाल चंदन ही क्यों लगाया जाता है?

हिंदू धर्म में शनिदेव की पूजा में कई ऐसी चीजें हैं, जो चढ़ाना वर्जित है। अब ऐसे में सवाल है कि क्या शनिदेव को लाल चंदन चढ़ा सकते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
Editorial
Updated:- 2025-05-26, 13:18 IST

सनातन धर्म में शनिदेव को सभी कर्मों का फल देने वाला दाता कहा जाता है। इनकी पूजा विशेष रूप से शनिवार के दिन होती है। ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव की पूजा करने के लिए कई नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। साथ ही मंत्रों का जाप करने के लिए सही विधि के बारे में जानने की आवश्यकता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस भी जातक के कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो शनिदेव की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए। अब ऐसे में सवाल है कि क्या शनिदेव की पूजा में लाल चंदन चढ़ा सकते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

शनिदेव को लाल चंदन चढ़ाने का महत्व

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लाल चंदन का प्रयोग शनिदेव को प्रसन्न करने और शनि ग्रह से जुड़े बुरे प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि इसे चढ़ाने से शनि की साढ़ेसाती और ढैया के दौरान आने वाली परेशानियों से राहत मिलती है। लाल चंदन को शीतलता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसे शनिदेव को अर्पित करने से मन को शांति मिलती है। इतना ही नहीं, जो जातक अपने व्यापार या करियर में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए लाल चंदन का उपाय बहुत प्रभावी माना जाता है। लाल चंदन का तिलक लगाने या इसे शनिदेव को अर्पित करने से सफलता और वृद्धि हो सकती है। इतना ही नहीं, अगर कोई जातक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से परेशान है तो शनिदेव को लाल चंदन चढ़ाने से लाभ हो सकता है।

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शनिदेव को लाल चंदन किस विधि से चढ़ाएं?

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लाल चंदन को घिसकर उसका लेप बनाएं। इस लेप को शनिदेव की प्रतिमा पर लगाएं।
लाल चंदन की माला से शनिदेव के मंत्रों का जाप करना विशेष लाभकारी होता है। आप "ऊं प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः" या "ऊं शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप कर सकते हैं। कम से कम एक माला यानी कि 108 जाप करें।
आप स्वयं भी लाल चंदन का तिलक माथे पर लगा सकते हैं। इससे भी शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं।
शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और वहीं बैठकर लाल चंदन की माला से शनि मंत्रों का जाप करें। साथ ही जप माला जाप हो जाए, तब लाल चंदन का तिलक शनिदेव को लगाएं।

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Image Credit- HerZindagi

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