चैत्र नवरात्रि का पर्व माता दुर्गा की उपासना का विशेष समय माना जाता है, जिसमें माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में नवरात्रि के दौरान की जाने वाली आरती और हवन का भी विशेष महत्व होता है और इसमें मुख्य रूप से कपूर का इस्तेमाल किया जाता है। कपूर को जब जलाया जाता है तो इसकी सुगंध से पूरा वातावरण शुद्ध हो जाता है। कपूर की लौ न केवल वातावरण को शुद्ध करती है, बल्कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी होता है। ऐसी मान्यता है कि कपूर जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और मां दुर्गा की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। इसके अलावा यह उपाय धन, सुख-समृद्धि और मानसिक शांति को भी आकर्षित करता है। नवरात्रि के नौ दिनों में कपूर से आरती करने का महत्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि ज्योतिष के अनुसार भी यह बेहद प्रभावशाली माना जाता है।
अगर जीवन में कई तरह की परेशानियां चल रही हैं, तो आपको नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा की आरती कपूर से करने की सलाह दी जाती है। कपूर का यह एक छोटा-सा उपाय आपकी किस्मत बदल सकता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानते हैं कि नवरात्रि में कपूर से आरती करने का महत्व क्या है और इसके ज्योतिषीय कारण क्या हैं?
चैत्र नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा के दौरान कपूर से आरती करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कपूर जलाने से घर के आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और वातावरण शुद्ध होता है। इसके अलावा, यह देवी शक्ति को प्रसन्न करने का एक सरल और प्रभावी उपाय भी माना जाता है।
कपूर को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। आरती के दौरान जब कपूर को जलाया जाता है तब इसकी सुगंध पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन कपूर से आरती करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और माता की कृपा बनी रहती है। कहा जाता है कि इससे बुरी शक्तियां दूर होती हैं और भक्तों के जीवन में शांति एवं समृद्धि का संचार होता है।
इसे जरूर पढ़ें: Navratri 2025: कभी नाव-कभी हाथी... हर नवरात्रि माता दुर्गा का बदल जाता है वाहन, जानें इसके पीछे का रहस्य और बदलाव की वजह
कपूर से आरती करने से वातावरण शुद्ध होता है और घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए रोजाना कपूर जलाना शुभ माना जाता है। कपूर का धुआं घर में मौजूद हानिकारक तत्वों को नष्ट करता है और इससे मानसिक शांति भी मिलती है। यह परिवार के सदस्यों को मानसिक शांति प्रदान करता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कपूर का प्रकाश और इसकी सुगंध न केवल वातावरण को शुद्ध करती है, बल्कि साधक की आध्यात्मिक ऊर्जा को भी बढ़ाती है। नवरात्रि के दौरान जब कपूर जलाया जाता है, तो उसकी शुद्ध और दिव्य सुगंध मन को शांति प्रदान करती है और ध्यान व साधना में एकाग्रता बढ़ाने में मदद करती है।
आरती के दौरान कपूर की लौ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जिससे मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता विकसित होती है। इसके प्रभाव से साधक का चित्त निर्मल होता है और वह किसी भी कार्य में गहरी एकाग्रता प्राप्त कर सकता है। नवरात्रि जैसे शुभ अवसरों पर कपूर से आरती करने से यह प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है, जिससे देवी कृपा प्राप्त होती है और साधक की आध्यात्मिक शक्ति प्रबल होती है।
यदि आप नवरात्रि के दौरान यहां बताए कुछ खास उपाय आजमाती हैं तो आपके जीवन में इसके लाभ होते हैं। आइए जानें इन उपायों के बारे में-
यदि आप नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा की आरती करती हैं तो आपके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रह सकती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Images: freepik.com
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।