हिंदू धर्म में नारायण कवच भगवान विष्णु को समर्पित एक शक्तिशाली और सुरक्षा प्रदान करने वाला स्तोत्र माना जाता है। इसका उल्लेख श्रीमद्भागवत पुराण में मिलता है। कवच का अर्थ है 'कवच' या 'सुरक्षा'। इसलिए, नारायण कवच का पाठ करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के नकारात्मक प्रभावों, भय और खतरों से सुरक्षा प्राप्त करना है। ऐसा माना जाता है कि नारायण कवच का पाठ करने वाले व्यक्ति को भगवान विष्णु की दिव्य सुरक्षा प्राप्त होती है। यह ज्ञात और अज्ञात शत्रुओं, नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी शक्तियों से रक्षा करता है। ऐसा माना जाता है कि इस कवच के पाठ से व्यक्ति को शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। अब ऐसे में नारायण कवच का पाठ करने के नियम क्या है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
अगर आप नारायण कवच का पाठ कर रहे हैं, तो विस्तार से सभी नियमों के बारे में जान लें।
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