Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के दिन इस विधि से करें गौ माता की पूजा, सौभाग्य का मिलेगा वरदान

हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का व्रत सभी व्रतों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन गौ माता की पूजा-अर्चना का भी विधान है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से गाय की पूजा करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
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सनातन धर्म में निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा विधिवत रूप से करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है। साथ ही यह व्रत भक्तों को सभी परेशानियों से बचाने में मदद करता है। इस दिन श्रीहरि के साथ-साथ माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का भी विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपके जीवन में कर्ज बढ़ते जा रहे हैं या फिर आपको स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ से व्यक्ति को मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं और सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। अब ऐस में निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा करने का भी विधान है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि इस दिन गौ माता की पूजा किस विधि से करें?

निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा विधि

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निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा का विशेष महत्व है। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। यदि आपके घर में गाय है, तो उसे भी स्नान कराकर स्वच्छ करें। यदि नहीं, तो किसी गौशाला जाकर गौ माता की सेवा कर सकते हैं।
गौ माता की सात बार परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप कर सकते हैं।
गौ माता के सींगों, पीठ और मस्तक पर हाथ फेरें। उनके चरणों का स्पर्श करें।
निर्जला एकादशी के दिन गौ माता को पकवान और हरा चारा खिलाएं।
गौ माता को फूलों की माता चढ़ाएं। उसके बाद धूप-दीप जलाएं।
आप गाय की पूजा करने के दौरान इन मंत्र का जाप भी विशेष रूप से कर सकते हैं।
ऊं सर्वदेवमये देवि लोकानां शुभनन्दिनि। मातृ मम भिशितं सफलम कुरु नन्दिनि।
ऊं कपिले नन्दे नमः। ऊं कपिले भद्रिके नमः। ऊं कपिले सुशीले नमः ऊं कपिले सुरभिप्रभे नमः। ऊं कपिले सुमनसे नमः । ऊं कपिले भुक्तिमुक्तिप्रदे नमः
आखिर में गौ माता की आरती करें।

निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा का महत्व

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सनातन परंपरा के अनुसार, गौ माता के शरीर पर 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए गौ माता की पूजा करने से इन सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि गौ पूजा से व्यक्ति के इस जन्म के साथ-साथ पूर्व जन्मों के भी दोष दूर हो जाते हैं। निर्जला एकादशी का व्रत वैसे ही सभी पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है, और इस दिन गौ पूजा करने से इसका प्रभाव और बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि गौ माता की पूजा की पूजा करने से व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

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Image Credit- HerZindagi

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