nirjala ekadashi 2025 cow puja or gau mata ki puja vidhi for good fortune

Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के दिन इस विधि से करें गौ माता की पूजा, सौभाग्य का मिलेगा वरदान

हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का व्रत सभी व्रतों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन गौ माता की पूजा-अर्चना का भी विधान है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से गाय की पूजा करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-06-04, 12:44 IST

सनातन धर्म में निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा विधिवत रूप से करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है। साथ ही यह व्रत भक्तों को सभी परेशानियों से बचाने में मदद करता है। इस दिन श्रीहरि के साथ-साथ माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का भी विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपके जीवन में कर्ज बढ़ते जा रहे हैं या फिर आपको स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन व्रत रखने और पूजा-पाठ से व्यक्ति को मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं और सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। अब ऐस में निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा करने का भी विधान है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि इस दिन गौ माता की पूजा किस विधि से करें?

निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा विधि

cow-6

निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा का विशेष महत्व है। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। यदि आपके घर में गाय है, तो उसे भी स्नान कराकर स्वच्छ करें। यदि नहीं, तो किसी गौशाला जाकर गौ माता की सेवा कर सकते हैं।
गौ माता की सात बार परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप कर सकते हैं।
गौ माता के सींगों, पीठ और मस्तक पर हाथ फेरें। उनके चरणों का स्पर्श करें।
निर्जला एकादशी के दिन गौ माता को पकवान और हरा चारा खिलाएं।
गौ माता को फूलों की माता चढ़ाएं। उसके बाद धूप-दीप जलाएं।
आप गाय की पूजा करने के दौरान इन मंत्र का जाप भी विशेष रूप से कर सकते हैं।
ऊं सर्वदेवमये देवि लोकानां शुभनन्दिनि। मातृ मम भिशितं सफलम कुरु नन्दिनि।
ऊं कपिले नन्दे नमः। ऊं कपिले भद्रिके नमः। ऊं कपिले सुशीले नमः ऊं कपिले सुरभिप्रभे नमः। ऊं कपिले सुमनसे नमः । ऊं कपिले भुक्तिमुक्तिप्रदे नमः
आखिर में गौ माता की आरती करें।

इसे जरूर पढ़ें - Nirjala Ekadashi Kab Hai 2025: 6 या 7 जून, इस बार कब रखा जाएगा निर्जला एकादशी का व्रत... जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

निर्जला एकादशी के दिन गौ माता की पूजा का महत्व

cow-9

सनातन परंपरा के अनुसार, गौ माता के शरीर पर 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए गौ माता की पूजा करने से इन सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि गौ पूजा से व्यक्ति के इस जन्म के साथ-साथ पूर्व जन्मों के भी दोष दूर हो जाते हैं। निर्जला एकादशी का व्रत वैसे ही सभी पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है, और इस दिन गौ पूजा करने से इसका प्रभाव और बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि गौ माता की पूजा की पूजा करने से व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

यह विडियो भी देखें

इसे जरूर पढ़ें - मोक्ष प्राप्ति के लिए निर्जला एकादशी के व्रत में क्या करें और क्या करने से बचें? ज्योतिष से जानें

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;