jaya ekadashi puja vidhi

Jaya Ekadashi 2024 Puja Vidhi: इस विधि से करें जया एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा, मिलेगा शुभ फल

हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत महत्व माना जाता है। पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है माघ माह के शुक्ल पक्ष की जया एकादशी। 
Editorial
Updated:- 2024-02-19, 10:54 IST

Jaya Ekadashi Ki Puja Vidhi Aur Samagri: शास्त्रों के अनुसार, एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। हिन्दू पंचांग में 24 एकादशी तिथियों का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से एक है माघ माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली जया एकादशी जो इस साल 20 फरवरी के दिन पड़ने वाली है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति और पितरों का आशीर्वाद मिलता है। असी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं जया एकादशी की संपूर्ण पूजा विधि और सामग्री के बारे में। 

जया एकादशी पूजन सामग्री (Jaya Ekadashi Ki Pujan Samagri) 

jaya ekadashi ki puja samagri ke bare mein

काला तिल, तिल का लड्डू, तुलसी का पत्ता, पंजीरी, पंचामृत, केला, मौसमी फल, पान का पत्ता, सुपारी, पीला कपड़ा, पीला फूल, धूप, दीप, गोपी चंदन, रोली, अक्षत, एकादशी व्रत कथा की पुस्तक, भगवान श्री हरि विष्णु की प्रतिमा, गाय का घी, कपूर, हवन की सामग्री आदि।

यह भी पढ़ें: Jaya Ekadashi 2024: कब है जया एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

जया एकादशी पूजा विधि (Jaya Ekadashi Ki Puja Vidhi) 

जया एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु को स्नान कराएं। भगवान विष्णु को पीले वस्त्र पहनाएं। इसके बाद को पुष्प, फल, धूप, दीप, अक्षत, वस्त्र, कलावा, नैवेद्य आदि पूर्ण श्रद्धा से अर्पित करें। 

jaya ekadashi ki puja vidhi ke bare mein

जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को नारियल चढ़ाना न भूलें। नारियल मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इसे भगवान विष्णु को चढ़ाने से वह प्रसन्न होते हैं और नारियल के र्रोप में मां लक्ष्मी का श्री हरि के पास निवास होता है। इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।   

यह विडियो भी देखें

यह भी पढ़ें: Jaya Ekadashi 2024 Upay: जया एकादशी पर करें ये उपाय, भगवान विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद

भगवान विष्णु के 'विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ' भी करें। विष्णु चालीसा और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना गया है। इसके बाद भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद श्री हरि नारायण की आरती उतारें। आरती के पश्चात भोग को प्रसाद के रूप में परिवार में वितरित करें। 

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर किस विधि से करें जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा और क्या है उसकी समाग्री की सूची। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

image credit: herzindagi 

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;