तिल की उत्पत्ति कैसे हुई और क्या है इसका भगवान विष्णु से संबंध, जानें महत्व

हिंदू धर्म में तिल के बीज की उत्पत्ति के पीछे खास कथा बताई गई है। माघ मास में तिल के इस्तेमाल के विशेष लाभ बताए गए हैं। 

 
origin of sesame seeds according to hindu mythology

तिल के बीज जिसका उपयोग रसोई में तड़का से लेकर लड्डू और गजक समेत कई सारी रेसिपीज बनाने के लिए की जाती है। दक्षिण भारत में तिल को एलु के नाम से जाना जाता है। तिल के बीज को अमरता का बीज या मोक्षदायक माना गया है।

वेदों में भी तिल का जिक्र किया गया है। हवन कार्य से लेकर तर्पण तक इसका उपयोग हिंदू धर्म में कई चीजों के लिए की जाती है। तिल के बीज को लेकर यह मानना है कि तर्पण के जल में यदि तिल के बीज नहीं हैं, तो मृतक और पितरों को तर्पण नहीं मिलता है।

तिल के छोटे-छोटे बीजों में इतनी शक्ति होती है कि इसके सेवन से आपके शरीर को विशेष गर्माहट मिलती है। सर्दियों में अक्सर तिल से बनी चीजों का सेवन किया जाता है इसके अलावा गर्भावस्था के बाद जब मां बच्चे को जन्म देती है उसके बाद भी महिलाओं को तिल के लड्डू का सेवन करवाया जाता है।

विष्णु भगवान से क्या है तिल का संबंध

significance of sesame seed or til

पद्म पुराण के अनुसार तिल की उत्पत्ति भगवान विष्णु से हुई है। मान्यता है कि युद्ध के वक्त भगवान विष्णु के शरीर से पसीना निकला था, जिसके बाद उस पसीने से तिल के बीज की उत्पत्ति हुई थी। तिल के बीज को भगवान विष्णु ने मोक्षदायक होने का आशीर्वाद दिया है। साथ ही तिल के बीज को सबसे पवित्र और शुद्ध अनाज के रूप में माना गया है, जिसके बिना हवन, तर्पण, तुलसी वर्षा, विष्णु पूजा और विभिन्न तरह के अनुष्ठान को अधूरा माना गया है।

हिंदू धर्म में क्या है तिल का महत्व?

यह तो हम सभी को पता है कि तिल के बीज का उपयोग विशेष रूप से अंतिम संस्कार और विभिन्न पूजा अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। हिंदू धर्म में तिल के कई उपयोग हैं, खास कर माघ के महीने में तिल का स्नान, दान, सेवन और पूजा का विशेष महत्व है। शनि देव की पूजा हो या शिव पूजा काले तिल का इस्तेमाल किया जाता है। तिल के बीज के अलावा पूजा पाठ में तिल के तेल का भी इस्तेमाल किया जाता है। राहु और शनि के कुप्रभाव के निवारण के लिए काले तिल और तेल का इस्तेमाल किया जाता है।

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माघ के महीने में पड़ने वाले चार तिल के त्यौहार में तिल का महत्व

white sesame seeds for puja,

माघ के महीने में षटतिला एकादशी, तिल द्वादशी, तिल चतुर्थी और मकर संक्रांति जैसे इन चार त्योहारों में तिल का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। बिना तिल के इन चारों पर्वको अधूरा माना गया है। इस दिन तिल के दान का भी विशेष पुण्य लाभ बताया गया है।

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Image Credit: Freepik

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